Book Title: Syadvada aur Saptabhanginay
Author(s): Bhikhariram Yadav
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 278
________________ डा० भिखारी राम यादव का जन्म उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के एक गाँव में एक कृषक परिवार में हआ। आपके पिता श्री घुरपत्तर यादव और माता श्रीमती सहदेई हैं। आपकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव में हुई। उच्च अध्ययन के लिए आप वाराणसी आए और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से एम० ए० दर्शन शास्त्र की उपाधि प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ग को। स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् आपने पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी के निदेशक डा० सागरमल जैन के निर्देशन में सप्तभंगी जैसे दुरूह विषय पर शोधकार्य प्रारंभ किया और लगभग 2 वर्ष के अल्पकाल में ही शोध प्रबन्ध तैयार किया। इनके कठोर परिश्रम और अध्ययन निष्ठा का ही फल था कि पी-एच० डी० उपाधि प्राप्त होने के पूर्व ही एस० एन० सिन्हा कालेज, औरंगाबाद में प्राध्यापक पद पर इनकी नियक्ति हो गई। सम्प्रति आप उसी कालेज में दर्शन के प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। आपके कई लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं और एक लोकप्रिय शिक्षक के रूप में आपकी ख्याति है। Janucation International For Private & Personal Use Only www.jainelhiary.org

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