Book Title: Sumati Jnana
Author(s): Shivkant Dwivedi, Navneet Jain
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

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Page 428
________________ उत्तरी मध्य प्रदेश के जैन अभिलेखों की लिपि..... ११वीं से १३ वीं शताब्दी तक थ द दृ ध प फ भ र म मृ य ल ष न नृ नृ नृ नि ने नि 來 व वृ वृ श स संयुक्ताक्षार ब1 ब 2 ब3 ब 1 ब2 ब 3 ब1 ब 2 ब3 ब ब 2 ब3 ब1 ब2 ब 3 ब1 ब2 व 3 श्री (घा Q & 10 Jain Education International (a पृ १ पृ प क दि द दि aa ए भृ मृ मि a a 巴 ऐ सृ स स स ह ह ह ह हि हि ह v ค CE ने ना तो ना प ओ (फ) ल) म ম) यि ये य या या र रा रा रा ल लि लि ले ला लो ला वि वे वि वेि व वेि वा वो वा इ. ৗशा झो. रा. মা सि सा सो सा हा अक्षर तालिका दो दा (दो दो E औ For Private & Personal Use Only ह फलक F अ झा झ सी था था (नो Syang ट 403 ३ (ब) ध्या ध्याध 16 ज 128 न्त न्त न्म ลลอ प्र А १ प प्ली र भ्यं भ्भु आ च च ता म्य म्मा मो शूमा झा (यो व्दा अध 331 द्दा था व्र विश्व ष्ठि छः ष्ठ 88 18 स्फुरम स्त्रि द्भ का का www.jainelibrary.org

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