Book Title: Sramana 2014 04
Author(s): Ashokkumar Singh, Rahulkumar Singh, Omprakash Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi
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90 : श्रमण, वर्ष 65, अंक 2/अप्रैल-जून 2014 २. जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन - (ग्रं०मा०सं०५६); लेखक :
डॉ० शिवप्रसाद; प्रथम संस्करण १९९१; पृष्ठ : २८, ३३६; आकार :
डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० ३००.००। १५. तन्त्रः १. जैन धर्म और तान्त्रिक साधना - (ग्रं०मा०सं० ९४) (I.S.B.N. 81
86715-21-5); लेखक : डॉ० सागरमल जैन; प्रथम संस्करण १९९७; पृष्ठ : ५००; आकार : डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० २५०.०० एवं
सजिल्द रु० ३५०.००। १६. काव्यशास्त्रः १. जैनाचार्यों का अलंकारशास्त्र में योगदान - (ग्रं०मा०सं० ३२); लेखक
: डॉ. कमलेशकुमार जैन; प्रथम संस्करण १९८४; पृष्ठ : १८, ३५६;
आकार : डिमाई; अजिल्द/सजिल्द, मूल्य : रु. १००.०० । २. अलंकारदप्पण - (ग्रं०मा०सं० ९८) (I.S.B.N. 81-86715-56-8);
अनुवादक : भवरलाल नाहटा; प्रथम संस्करण २००१; पृष्ठ : २४, ५६;
आकार : डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० १२५.००। १७. शिक्षाः १. जैन एवं बौद्ध शिक्षा-दर्शन : एक तुलनात्मक अध्ययन - (ग्रं०मा०सं०
१४२) (I.S.B.N. 81-86715-74-6); लेखक : डॉ. विजय कुमार; प्रथम संस्करण २००३; पृष्ठ : १२, २३६; आकार : डिमाई; अजिल्द,
मूल्य : रु० २००.००। १८. अभिनन्दन एवं संस्मरण ग्रन्थः 8. ASPECTS OF JAINOLOGY: Vol. 1 (Lala Harajas Rai
Commemoration Volume) - Editor: Dr. Sagarmal Jain; 1st Edition 1987; Pages 150; Size: Crown; Hard cloth Bound,
Price Rs. 200.00. २. ASPECTS OF JAINOLOGY: Vol. II (Pt. Bechardas Doshi
Commemoration Volume) - Editors: Prof M.A. Dhaky, Prof Sagarmal Jain; 1s Edition 1987; Pages 228, 140, 120; Size: Double Crown; Hard Cloth Bound, Price Rs. 250.00. (OUT OF PRINT)