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श्रमण, वर्ष ६०, अंक १ जनवरी-मार्च २००९
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जैन जगत्
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा
डॉ० सागरमल जैन सम्मानित भारतीय साहित्य, कला एवं संस्कृति को समर्पित शाजापुर नगर की पहचान' नामक संस्था द्वारा १९ फरवरी २००९ को अमृत महोत्सव समारोह में जैन धर्म-दर्शन के मर्मज्ञ ख्यातिलब्ध डॉ० सागरमल जैन को ।। सम्मानित किया गया। समारोह का शुभारम्भ पूज्या पुष्पा श्री जी म.सा० आदि ठाणा ७ की निश्रा में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान थे। डॉ० शिवराज सिंह चौहान डॉ० सागरमल जैन के विद्यार्थी रहे हैं। डॉ० चौहान ने शाल, नारियल व प्रशस्ति पत्र से डॉ० सागरमल जी जैन को सम्मानित किया तथा डॉ० जैन द्वारा सम्पादित 'अध्यात्मसार', 'ध्यानदर्पण' एवं 'ऋषिभाषितः एक अध्ययन' नामक पुस्तकों का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर शाजापुर में विराजित साध्वी मंडल ने डॉ० जैन को 'ज्ञान महोदधि' की उपाधि से अलंकृत किया। समारोह की अध्यक्षता श्री पारस जैन, खाद्य आपूर्ति मंत्री, म० प्र० शासन, ने की।
डॉ० सुदर्शन मिश्र डी०लिट् की
उपाधि से विभूषित डॉ० सुदर्शन मिश्र, प्राचार्य, बी० एस० एस० कालेज, बचरी, पीरो, भोजपुर को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के द्वारा उनके शोध-प्रबन्ध 'महापुराण का सांस्कृतिक विश्लेषण' पर डी०लिट्० की उपाधि प्रदान की गई है। आपने आपना शोध-प्रबन्ध प्रो० रामजी राय, अध्यक्ष, स्नातकोत्तर प्राकृत एवं जैनशास्त्र विभाग, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सम्पन्न किया है। पार्श्वनाथ विद्यापीठ आपकी इस उपलब्धि हेतु आपको बधाई देता है।