Book Title: Siddhi Vinischay Tika Part 01
Author(s): Anantviryacharya
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 3
________________ स्व० पुण्यश्लोका माता मूर्तिदेवीकी पवित्र स्मृतिमें तत्सुपुत्र साहू शान्तिप्रसादजी द्वारा संस्थापित भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन-ग्रन्थमाला ܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀ संस्कृत ग्रन्थाङ्क २२ ****** **** ****** इस ग्रन्थमालामें प्राकृत, संस्कृत, अपभ्रंश, हिन्दी, कन्नड, तामिल आदि प्राचीन भाषाओंमें उपलब्ध आगमिक, दार्शनिक, पौराणिक, साहित्यिक और ऐतिहासिक आदि विविध-विषयक जैन साहित्यका अनुसन्धानपूर्ण सम्पादन और उसका मूल और यथासम्भव अनुवाद आदिके साथ प्रकाशन होगा। जैन भण्डारोंकी सूचियाँ, . शिलालेख-संग्रह, विशिष्ट विद्वानोंके अध्ययन-ग्रन्थ और लोकहितकारी जैन-साहित्य ग्रन्थ भी इसी ग्रन्थमालामें प्रकाशित होंगे। wwwwwwwwwwwwwwwMMMMMMMMMMMMMMMANANAMANANASAMANIRMANANMAMMINSANAMANANAMANNAINAMANAINA प्रकाशक ग्रन्थमाला सम्पादक डॉ. हीरालाल जैन, एम० ए०, डी. लिट. डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, एम० ए०, डी० लिट. अयोध्याप्रसाद गोयलीय मन्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ दुर्गाकुण्ड रोड, वाराणसी मुद्रक __B. H. U. प्रेस, काशी ज्ञानमण्डल यन्त्रालय, काशी | फार्म १ से ४६ तक प्रस्तावना १-२२ तक सन्मतिमुद्रणालय, काशी टाइटिल १-२ अंग्रेजी १ से १५ फार्म तक विक्रम सं० २००० स्थापनाब्द ) फाल्गुन कृष्ण वीर नि० २४७० सर्वाधिकार सुरक्षित १८ फरवरी सन् १६४४ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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