Book Title: Siddha Hemchandra Shabdanushasane Agyat kartuka Dhundika Part 06
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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अकारादिवर्णक्रमेण सूत्रान्तर्गतोदाहरणसूचिः ॥
४०९
पौरोडाशिकः पौरोडाशिका पौरोडाशिकी पौर्णमासी पौर्वकालिका पौर्वकालिकी पौर्वपदिकः पौर्वमद्रः पौर्वमद्री पौर्वशालः पौर्वशाला पौर्वार्द्धः पौद्धिकः पौर्वाद्धिकम् पौर्वाणिकः पौर्वाह्निकम् पौर्विकम् पौषं वर्षम् पौषः पौषः कालः पौषमहः पौषम् पौषी रात्रिः पौषो मासः पौषोऽर्द्धमासः पौषोऽहोरात्रः पौष्कराद्धिकः पौष्करेयकः पौष्पयः पौष्पीयाः प्रगेतनम् प्रतिकम् प्रतिकी प्रतिपत् प्रतिपथिकः
प्रेक्षी
६।३।१४६ | प्रत्यग्रथाः
६।१।११७ | प्रावृषेण्यम्
६।२।१११,६।४।९८ ६।३।१४६ | प्रदोषकः ६।३।१०२ | प्राशित्रम्
६।४।१२५ ६।३।१४६ | प्रद्युम्नप्रत्यागमनीयः
६।३।२०० प्रासादारोहणीयम्
६।४।१२२ ६।२।९८ | प्रद्युम्नोदयनीयः ६।३।२०० प्रासिकः
६।४।६२ ६।३।३४ | प्रपञ्चः ६।३।१४८ | प्रास्तारिकः
६।४।७९ ६।३।३४ | प्रपापूरणीयम् ६।४।१२२ | प्रास्थकीयः
६३६६ ६।२।११९, ६।४।३७ | प्रयुतम्
६।४।१७३ | प्रास्थिकः ६।४।१५५,६।४।१५८,६।४।१६८ ६।३।२४ | प्ररोहणीयम् ६।४।१२२ | प्रास्थिकः कटाहः
६।४।१६२ ६।३।२४ | प्राकारोऽस्याम्
६।२।११४ | प्रास्थिकम् ६।४।१५०, ६।४।१५१ ६।१।२४,६।३।२३ | प्राक्तनम् ६३८,६३८८ | प्रास्थिकी स्थाली
६।४।१६२ ६।३।२३ प्राचिकम्
६३८ प्रास्थिको राशिः
६।४।१६९ ६।३७२ | प्राचीनयोग ६।१।४२ प्रास्थीयः
६३६६ ६।३।७२ | प्राच्यम्
६।३८ | प्राणैतनम्
६३८८ ६।३७१ | प्राजापत्यम् ६।१।१५ प्रियगर्गः
६।१।१२६ ६३८७ प्राणपतम् ६।१।१४ प्रियगार्याः
६।११२६ ६३।१०२ प्रातस्तनम् ६३८८ प्रियवङ्गः
६।१।१२४ ६।३।१४४ | प्रातिकण्ठिकः ६।४।३७ प्रियवाङ्गाः
६।१।१२४ ६।२।५ | प्रातिकूलिकः ६।४।२८
६।२८० ६।३।८९ | प्रातिपथिकः ६।४।३९ प्रैक्षिणः
६।३।२५ ६२६ | प्रातिपदिकीयम् ६।३।१४२, ६।३।१४३ | प्रेयङ्गुकः
६।२।११९ ६।२।६ | प्रातिलोमिकः ६।४।२८ | प्रैयङ्गविकः
६।२।११९ ६।४।९८ | प्रातिवाहनः
६१६१ प्रोष्ठपादः
६।३।१०९ ६।२।६ | प्रातीपिकः ६।४।२८ | प्रौष्ठः
६१६० ६।२।९८ | प्रात्यग्रथिः ६।१।११७ प्रौष्ठपदिकः
६२।११० ६।२।९८ | प्राथमिकम् ६।३।१४३ प्रौष्ठपदिकी
६।२।११० ६२।६ । | प्रादोषः ६।३।८३, ६।३।१२२ प्रौष्ठिकः
६१४६० ६३७० | प्रादोषः शृगालः ६।३।१२१ प्लक्षकीयः
६।२।९२ ६३।१० | प्रादोषम् ६।३।१०२, ६।४।९८ प्लविकः
६।४।१० ६।१।१२९ | प्रादोषिकः ६३८०,६।३।८३, ६।३।१२२ प्लाक्षकम्
६।३।१६९ ६।३।२९ | प्रादोषिकः शृगालः ६।३।१२१ प्लाक्षम्
६।२।५९ ६३८८ | प्रादोषिकम्
६।३।१०२,६।४।९८ प्लाक्षाः ६।३।२८,६३।२९,६।३।१६९ ६।४।१३३ | प्रापाता तिथिः
६।२।११४ प्लाक्षायणः
६।११५४,६।१।११० ६।४।१३३ | प्राभूतिकः ६।४।४३ प्लाक्षिः
६।१।११३ ६।३।८९ | प्रावृषिकः ६।३।९२, ६।३।९९ / प्लाक्षिकर्षक:
६।३।३९ ६।४।३९ | प्रावृषेण ६।३।९२ | फलकी
६२।८० ६।३८ | प्रावृषेण्यः ६।३।९२ | फल्गुनः
६।३।१०६
प्रतीच्यम्
Shrenik/D/A-Shilchandrasuri/Doondhika Part-5 Folder (10-9-2012) Doondhika Part-6 Parishist. 1st Proof 5-10-2013 / 2nd 14-10-2013
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