Book Title: Siddha Hemchandra Shabdanushasane Agyat kartuka Dhundika Part 06
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 437
________________ अकारादिवर्णक्रमेण सूत्रान्तर्गतोदाहरणसूचिः ॥ ४१७ ६।१।१३४ वैदिः वैदेही वास्तोष्पत्यभार्यः ६।१।१५ | वीरणावती ६।२।७२ | वैदकुलम् वास्तोष्पत्यम् ६।२।१०८ | वीवधिकः ६।४।२५ | वैदम् वास्त्रः ६।२।१३१ | वीवधिको ६।४।२५ | वैदर्भी वास्त्रयुगिकं शरीरम् ६।४।१०२ वृकगीयः ६।३५७ वास्त्रयुगिकः ६।४।१७७ | वृकलोहध्वजकुण्डीवृशाः ६।१।१३२ | वैदिशं नगरम् वाहतवकम् ६।२।१३४ वृकाजिनः ६।३।९३ वैदेहः वाहिकः ६।४।१५ | वृजिकः ६।३।३८,६।३।२०९ वैदेहकः वाहीकः ६।३।२६ | वृहलू ६।१।४२ | वैदेहकम् वालायनः ६।३।१४ वेतस्वान् ६।२७७ | वालायनी ६।३।१४ | वेश्या नर्तकी ६।४।१०३ | वैदेही वि(वे)दभृत् ६।१।४२ वेष्यो नटः ६।४।१०३ | वैदौ विंशः ६।४।१७६ | बैंशतिकम् ६।४।१३९ विंशकः ६।४।१२९ | वैकणिरन्यः ६।१।६४,६।१७५ | वैद्यः विंशकम् ६।४।१२९, ६।४।१५० । वैकर्णेयः काश्पयः ६।११७५ । वैद्यः स्त्रियः विंशतिः ६।४।१७३ | वैकर्णो वात्स्य: ६१६४ वैद्याधरं युद्धम् विंशतिकम् ६।४।१२९, ६।४।१३० | वैकत्रम् ६।४।५१ वैधिकः विक्रयिकः ६।४।१६ | वैकालिकः ६।३।३४ वैनतेयः विजापक ६।३।५५ | वैकालिका ६।३।३४ | वैपुलिकः विदकुलम् ६।१।१३४ वैकालिकी ६।३।३४ वैभाजित्रम् विदगर्गयस्काः ६।१।१३२ || वैकुलिशकः ६३।४५ वैभुजाग्नकः विदाः ६।१।३९,६।१।४१,६११२६, | वैचित्रिकः ६।४।४३ | वैमात्रेयः ६।१।१३५ वैजयाद्धिकः ६।३।७० वैयवस्थः विदारी ६।२।५७ | वैजयिकः ६।४।१५५ | वैयाकरणः विदेहाः ६।१।११४ | वैडूर्यो मणिः ६।३।१५८ वैयाघ्रः विधारयः ६।१।१२० | वैणाकरणिकः वैयासकिः विवधिकः ६।४।२५ | वैणिकः ६।४।५७ | वैयुष्टम् ६।३।१०७ वैणुकीयः ६।३।६६ वैरङ्गिकः विशिका ६।४।६० | वैण्णः ६।१७१ विशिखा ६।४।६० | वैतनिकः ६।४।१५ | वैल्यायनो युवा विधि ६।१८४ वैतस्तः पलालशिराः ६।१६७ वैवधिकः विश्वधा ६।४।६० वैत्रकीयः ६।३।६६ । वैवधिकी विश्वानर ६।१।४१ वैदं लक्षणम् ६।३।१७२ वैशस्त्रम् विश्वावसु ६।१।४२ | वैदः ६।१।३९,६।१।४१,६।११५५ वैशाखः विषममयम् ६।३।१५६ ६।१।१२६, ६।१।१३५ | वैशाखो मन्थः विषमरूप्यम् ६।३।१५६ | वैदः पिता-पुत्रः ६।१।१४० वैश्रवणः विषमीयम् ६।३।१५६ | वैदः सङ्घो घोषोऽङ्को वा ६।३।१७२ | वैश्वामित्रः ६।१।३९,६।३।१५५ ६।१।१२३ ६।१।३२, ६।१।४१ ६।२।६९ ६।१।११४ ६।३।२०९ ६।३।४६ ६।१।१२३ ६।१।११४ ६।१।३९,६।१।४१, ६।१।१२६ ६।१।१३५ ६।२।१२१ ६।१।१२६ ६।२।११३ ६।४।३ ६।१७०,६।१।६७ ६।४।४३ ६।४।५२ ६।३।५० ६।१६६ ६।४।६० ६२।११७ ६।२।१३१ ६।११३८ ६।४।९९ ६।४।५७ । विशाखः वैल्य ६।४।१८३ ६।११४९ ६१।४९ ६।४।२५ ६।४।२५ ६।४।५२ ६।२।९८ ६।४।१२० ६१६५ ६।१।६१ Shrenik/D/A-Shilchandrasuri/Doondhika Part-5 Folder (10-9-2012) Doondhika Part-6 Parishist. 1st Proof 5-10-2013 / 2nd 14-10-2013 417

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