________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
SHRUTSAGAR
33
October-2018
समाचारसार
भायंदर, मुम्बई की पुण्यधरा पर प.पू. राष्ट्रसंत आचार्य भ. श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. का
___८४वाँ जन्मदिवस हर्षोल्लासपूर्वक सम्पन्न योगनिष्ठ आचार्यदेव श्री बुद्धिसागरसूरीश्वरजी म.सा., आचार्य श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी म.सा. तथा परमात्मभक्तिरसिक आचार्य श्री कल्याणसागरसूरीश्वरजी म.सा. के दिव्य आशीर्वाद से राष्ट्रसन्त प.पू. आचार्यदेव श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. के ८४वें जन्मदिवस के निमित्त भाद्रपद शुक्लपक्ष-१३, दि. २३-९-२०१८ रविवार को श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ बावन जिनालय जैनसंघ के तत्त्वावधान में धर्मनगरी भायंदर के कस्तूरी गार्डन के विशाल प्रांगण में विशिष्ट महानुभावों की उपस्थिति में अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ 'गुरु उपकार स्मरण उत्सव' मनाया गया।
पूज्य गुरुदेवश्री ने अपने ८४वें जन्मदिवस के अवसर पर विश्व को सन्देश देते हुए कहा कि आज वर्तमान में मैं जिस स्थिति में हूँ, यह मात्र गुरुजनों के आशीर्वाद का परिणाम है। मैं कुछ भी नहीं, मेरा कुछ भी नहीं। I am nothing, I have nothing. जो भी है, वह गुरु महाराज की कृपा है। उनके आशीर्वाद का ही परिणाम है कि जिनशासन की थोड़ी-बहुत सेवा हो सकी। परमात्मा के विचारों का प्रचार करने का कुछ अवसर मिल सका, घूमता रहा, फिरता रहा, पोस्टमैन की तरह घरघर, प्रत्येक व्यक्ति तक परमात्मा का सन्देश पहुँचाने का प्रयास करता रहा। अनेक तीर्थंकर भगवन्तों की आत्मा ने इस भारतभूमि पर जन्म लिया, महान ऋषि-मुनियों ने अपने पावन चरणों से इस धरती को पावन किया। मेरा भी कुछ महान पुण्य होगा कि मैंने इस भूमि में जन्म लिया। श्रेष्ठ गुरुजनों का सहयोग मिला, उनका आशीर्वाद मिला, साधना के केन्द्र में प्रवेश करने का सौभाग्य मिला, किसी भी राजकीय पक्ष से मेरा कोई सम्बन्ध नहीं, किसी भी सम्प्रदाय से मेरा कोई मतलब नहीं। मेरी एकमात्र भावना है, आज की वर्तमान स्थिति को देखकर यह विचार आता है कि यह देश व्यसनों से मुक्त हो जाए। व्यसनमुक्त भारत बने। सारे पापों का जन्मस्थान, जितने भी क्राईम आप देखते हैं, उसका सबसे बड़ा कारण व्यसन है।
For Private and Personal Use Only