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समाचार सार
राष्ट्रपति महामहिम श्री राम नाथ कोविन्दजी के करकमलों से
कैलास श्रुतसागर ग्रंथसूची, भाग-23 का विमोचन
आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमन्दिर में संग्रहित प्राचीन व दुर्लभ पांडुलिपियों का विस्तृत सूचीपत्र तैयार किया जा रहा है. इसके अन्तर्गत अबतक १ से २२ भागों का प्रकाशन किया जा चुका है. वर्त्तमान में मात्र जैनकृतियों का सूचीकरण किया जा रहा है, भविष्य में वेद, पुराण, ज्योतिष, आयुर्वेदादि अन्य शास्त्रों के सूचीकरण की भी योजना है. इसी क्रम में दि. ०३-०९-२०१७ रविवार को प. पू. राष्ट्रसन्त आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. के ८३वें जन्मोत्सव गुरू आशिष महापर्व के पावन अवसर पर श्री सीमन्धरस्वामी जिनमन्दिर, महेसाणा के प्रांगण में चतुर्विध श्रीसंघ की उपस्थिति में भारत के वर्त्तमान राष्ट्रपति महामहिम श्री राम नाथ कोविन्दजी के करकमलों से कैलास श्रुतसागर ग्रन्थसूची के २३वें भाग का विमोचन सम्पन्न हुआ. इस शुभ अवसर पर गुजरात के राज्यपाल महामहिम श्री ओ.पी. कोहली, मुख्यमन्त्री श्री विजयभाई रूपाणी तथा उपमुख्यमन्त्री श्री नितिनभाई पटेल ने भी अपना बहुमूल्य समय देकर इस प्रसंग की शोभा में अभिवृद्धि की. देश विदेश से पधारे हुए परमपूज्य राष्ट्रसन्त आचार्यश्री के हजारों गुरुभक्तों ने इस प्रसंग पर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया व पूज्यश्री के वचनामृत का लाभ लिया.
ध्यातव्य है कि संस्था के द्वारा प्रकाशित होनेवाले सूचीपत्रों में राष्ट्रपति श्री के करकमलों से विमोचन होनेवाला यह प्रथम सूचीपत्र है. यह आह्लादक क्षण हमारे लिए अत्यन्त गौरवपूर्ण व उत्साहवर्द्धक है. सर्वविदित है कि कैलास श्रुतसागर ग्रन्थसूची के प्रथम भाग का विमोचन वर्ष २००३ में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री व भारत के वर्त्तमान प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्रभाई मोदीजी के करकमलों से कोबातीर्थ में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ था. दोनों ही प्रसंग अपने आपमें महत्त्वपूर्ण व चिरस्मरणीय रहेंगे. यह ऐतिहासिक क्षण संस्था के लिए प्रेरणादायी व हर्षप्रद सिद्ध होगा.
“राष्ट्रसन्त” बने “राष्ट्रनिर्माता”
श्री सीमन्धरस्वामी जिनमन्दिर, महेसाणा के प्रांगण में चतुर्विध श्रीसंघ की उपस्थिति में दि. ०३-०९-२०१७ रविवार को प. पू. राष्ट्रसन्त आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. का ८३वाँ जन्म महोत्सव गुरू आशिष महापर्व के रूप में हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया. इस पुनीत अवसर पर भारत के वर्त्तमान राष्ट्रपति महामहिम श्री राम नाथ कोविन्दजी, गुजरात के राज्यपाल श्री ओ.पी. कोहलीजी, मुख्यमन्त्री श्री विजयभाई रूपाणी तथा उपमुख्यमन्त्री
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