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SHRUTSAGAR
January-2016 ३. जन्मस्थल का विभिन्न प्रकार से उल्लेख :
I. कुंडपुर संनिवेश – आचारांग II. दाहिणमाहणकुंडपुरसंनिवेस – आचारांग २. उत्तरखत्तियकुंडपुरसंनिवेश – आचारांग
२. कुंडपुर – आवश्यकचूर्णि, हरिभद्रीय आवश्यकवृत्ति, तित्थोगाली, अभयदेवीय स्थानांगवृत्ति, गुणभद्रीय उत्तरपुराण और पुष्प महापुराण।
I. कुंडपुरनगर – कल्पसूत्र, आवश्यकचूर्णि, चउप्पनमहापुरिसचरियं और जयधवला।
II. कुण्डपुर पुर – जिनसेनीय हरिवंशपुराण।
३. कुंडग्गाम - आवश्यकनियुक्ति, आवश्यकभाष्य, विशेषावश्यकभाष्य, आवश्यकचूर्णि और हरिभद्रीय आवश्यकवृत्ति ।
१. माइणकुंडग्गाम - आवश्यकनियुक्ति और विशेषावश्यकभाष्य।
२. खत्तिय कुंडग्गाम - आवश्यकभाष्य, विशेषावश्यक भाष्य और हरिभद्रीय आवश्यकवृत्ति।
३. माहणकुंडग्गाम गाम – चउप्पन्न महापुरिसचरियं
४. माहणकुंडग्गाम सन्निवेस – गुणभद्रीय महावीरचरियं और हेमचन्द्रीय त्रिषष्ठिशलाकापुरुष चरितम्
४. कुंडग्गाम नगर – कल्पसूत्र और हरिभद्रीय आव. वृ.
१. माहणकुंडग्गामनगर – भगवतीसूत्र, कल्पसूत्र, आवश्यक चूर्णि और हरिभद्रीय आव. वृ.
२. खत्तियकुंडग्गामनगर – भगवतीसूत्र, कल्पसूत्र, आव. चूर्णि और गुणभद्रीय महावीरचरियं।
५. कुंडग्गामपुर – पउमचरियं और गुणभद्रीय महावीरचरियं । १. क्षत्रियकुंडग्रामपुर – हेमचन्द्रीय त्रिषष्टि.श.पु.चरितम् । ६. कुण्डल – तिलोयपण्णत्ति।
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