Book Title: Shravak Dharm Vidhi Prakaran
Author(s): Haribhadrasuri, Vinaysagar Mahopadhyay, Surendra Bothra
Publisher: Prakrit Bharti Academy
View full book text ________________ दसवाय इधया सात पडलं परंप बालउपना स्विजावाजावादिपदारयजेगा। मुंय हादर कानातहन नमि० नमसकारकरीनगवली कहनशति नमस्कराना / सिरिसदानीवादिविचारलक्ष्माइयुक्त चित्मा बजेहत्तणी धमकालनविषइमेक्षबुदि। मसंयोग हवसिंहस्य बाबहारेकहीय विवा विचा साउनमायावीतरागाया सिंह शिववचार रिसिहयोडाउसिहसरुवकिवि-- परभाविधान र फुसीयाकालीयपत्रतरतहाँ येने खेत्रही मिहापरयत्सानि करिसजनहित / गनिहार सहारपलिंगदा शिरकाले गतिश्वेरवातिलपालामद नार) बुहहारट तरमाणसमयावगणरणव अपक अवशानाहा विसंहरण अवसमिणउस्स। तरहार अनु जोगमादिकातिर पनरकरमत मा दिक महारएसंहगवनादिकांसहस्यामात्री अव हायमा Sammel a n प्रारजन्मश्रव हाय प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर पार्श्वनाथ विद्यापीठ,वाराणसी मलिक पर पोगाणी वनस्पतिमचेद्रानामा Design By: AKAR PRAKAR Jpr. 610592 मनापार
Loading... Page Navigation 1 ... 132 133 134