Book Title: Shraman Mahavira
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 15
________________ ४४. संघ-भेद ४५. अहिंसा के हिमालय पर हिंसा का वज्रपात ४६. निर्वाण ४७. परम्परा ४८. जीवन का विहंगावलोकन • कर्त्तृत्व के मूलस्रोत • श्रमण जीवन का ज्ञानपूर्वक स्वीकार • तप और ध्यान • मौन • निद्रा • आहार • देहासक्ति-विसर्जन • सहिष्णुता • समत्व या प्रेम • अध्यात्म • धर्म की मौलिक आज्ञाएं • भगवान् का निर्वाण ४९. वंदना परिशिष्ट १. परंपरा भेद २. चतुर्मास ३. विहार और आवास ४. . जीवनी के प्रामाणिक स्त्रोतों का निदेश ५. घटनाक्रम ६. नामानुक्रम Jain Education International For Private & Personal Use Only २४४-२४६ २४७-२५३ २५४-२५६ २५७-२५९ २६०-२६७ २६८- २७५ २७७-३२० www.jainelibrary.org

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