Book Title: Shatrunjay Kalp
Author(s): Amrendrasagar, Mahabhadrasagar
Publisher: Jain Agam Mandir Samstha

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Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra शत्रुञ्जय कल्पवृ० ॥ १२ ॥ 252522 विषयः श्री नमिविनमिमुक्तिगमन सम्बन्धः 33 ERRAREF= 3: नमितत्पुत्री - मुक्तिगमनस्वरूम् आदित्ययशोमुख्यभूपानां सम्बन्धः सिद्धइंडिका यन्त्रम् सगरस्य सम्बन्धः प्रोच्यते इशानेन्द्रोद्धारः ,, प्रथमनाकीन-वीर्यसारनृपोद्धार-सम्बन्धः " सागरचक्रि सम्बन्धः उच्यते " व्यंतरेशकृतोद्धारः " चन्द्रयशः कृतो - नवमोद्धारः शान्तिनाथस्य चतुर्मास-स्थिति: शत्रुञ्जयेऽभूदिति सम्बन्धः www.kobatirth.org पृष्ठांक: २४६ २५० २५१ २५२ २५५ २६१ २६२ २६४ २९० २९१ २९५ विषयः श्री द्राविड वालिखिल्लादि भूपालर्षिमुक्तिगमन सम्बन्धः जैनगीता सम्बन्धः ( रामायणम् ) नारदमुक्तिगमन - स्वरूपम् " नन्दिषेणसूरि अजितशान्तिस्तवमुक्तिगमन - सम्बन्धः श्रीकृष्णचरिते नेमिनाथ सम्बन्धगुम्फितसाम्प्रद्युम्नप्रमुख श्रीकृष्णनरकगमन स्वरूपम् प्रथमो विभागः संपूर्णः ॥ श्री शत्रुजयगिरिना - १०८ नामो 35 " For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पृष्ठांकः ३०६ ३१४ ४६४ ४६८ ४७१ ५५२ ५५२ acassaasassa5a5a5a5a5 ॥ १२ ॥

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