Book Title: Shatrunjay Kalp
Author(s): Amrendrasagar, Mahabhadrasagar
Publisher: Jain Agam Mandir Samstha
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शत्रुजय
कल्पवृ०
॥ ११ ॥
विषयः
श्री अरजिनस्य शत्रुञ्जयागमनसम्बन्धः
मल्लिजिनस्य शत्रुञ्जयागमन सम्बन्धः
११
" मुनिसुव्रतजिनस्य शत्रुजयागमनस्वरूपम् नमिजिनेश्वरस्य शत्रुज्जयसमागमनस्वरूम् पार्श्वनाथस्य शत्रुजय समागमन-स्वरूपम् वीरजिनस्य शत्रुञ्जयागमन सम्बन्धः नेमिनाथस्य शत्रुञ्जयगिरेरुर्ध्वानारोहण
RRER:
स्वरूपम्
” पुण्यपालकथा
" महाबाहुभूप त्रिविक्रमराजर्षि
मुक्तिगमन - सम्बन्धः
सर्प जीवसम्बन्धः सुधासेनभूपकथा
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पृष्ठांक:
१५०
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२०३
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विषयः
श्री शत्रुजये धरापाल भूपादीनां मुक्तिगमन
स्वरूपम्
नीलपुत्र-सम्बन्धः
महानील- द्वितीयपुत्रस्य - सम्बन्धः
११ कालपुत्रः - सम्बन्धः
" महाकाल - सम्बन्ध - चतुर्थः
3. शत्रुञ्जयानदीप्रभावे शान्तनभूपकथा
"
"
" चन्द्रप्रभास तीर्थ सम्बन्धः
" नेमिस्थापनासम्बन्धः
" भरतचक्रि संक्षेपतः सम्बन्धः
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"
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श्रेयांसकुमारसम्बन्धः पुण्डरीक-सिद्धिगमनसम्बन्धः बाहुबलिकारित श्री मरुदेवी भवनसम्बन्धः
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पृष्ठांकः
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