Book Title: Savruttik Aagam Sootraani 1 Part 07 Samvay Mool evam Vrutti
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Vardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
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नमो नमो निम्मलदंसणस्स
पूज्य आनंद-क्षमा-ललित - सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः
भाग- 7
पूज्य आगमोध्धारक आचार्य श्री सागरानंदसूरीश्वरेण संशोधितः संपादितश्च “समवायाङ्गसूत्र” | मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचित वृत्तिः ]
(किंचित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह )
मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलित: “समवाय” मूलं एवं वृत्तिः” नामेण परिसमाप्तः
“सवृत्तिक-आगम-सुत्ताणि" श्रेणि, भाग- 7
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