Book Title: Sarasvatina Bhinna Bhinna Swarupo Author(s): Publisher: Unknown View full book textPage 4
________________ a diminarinoATMER ३२१२१११m Anusjanbirtj+ Act विमा uttam L Yrminamainnaryhi, EAASlaintaininant AnniRai yrics HAV 2 i than thi Wan (2-4aniu १२. व्य. पाराशत मितीशीदभरमणिमुकुरोधपादारपिन्दे।। . है, परनास्ये पद्मनेत्रेगमपतिगमने समाने। प्रमाणे ...कीर्तिश्रीकृतिचाजयपिमयमयोगौरिगापारियुक्तता .. ध्येयाध्येयस्यरूपेमममननि सया सारदेविति॥ .. नोला IMMITRA jोर शोलिक मयाममनापाthagir, inman aminोनामा, रानसमा शनिापासमारना, HRADA, शास +Rana Rawrainm TANHim . पिघुज्यालांशुमा प्रयरममिीमयोभनमाला मुस्पा-.. इस्तान भारयन्ती दिनमनु पठतामएकं सारदेय। ... नागेन्दै रिन्यूचन्द्रनिगमुनिगणैः संस्तुता याच देणी . - सा कल्यावनि देख मम मनसि मया सारदे देवि! तिला REETHARI T -शारयाएका नि-01 MIn thinxination Se r onment AsiaHitERVती, प्रतिमान मुनुभो Trai सपुरको स्तMAHAL का 1 सह। निपास+२ . ----------------- .. 13. ग परिशिष्ठम् "सारकरिकररिकामष्तिा, सर्वपिसानपिद्याधी पण्ठिता |.. हस्तमिन्यस्तदामामामात्माधुजा, करणणि विभाधिनश्रीशुना ) रामहंसाङ्गलीलामिमानस्थिता, वीणयालालिता पुस्तकालासा। भास्यरा सुस्या पक्कषिम्याधरा, रूपरेघाधना दिय्ययोगीश्या ॥५॥ सर्वकामप्रया सगा सर्मा, कल्पवृक्षस्य लभी इसन्ती सदा । त्यत्प्रसाद यिना हिना का गतिः, का मति का रतिरका धृतिः का स्थितिः१॥६॥ स !ि.....................----------भारतीस्तपनम् .. Gah ga and Ranadin CIMGR बेल milt 1 HInालित), T, ERP प्र+Roi Rai in irand ARC+ श, पंडिता, रामना-बार YouTuAnitar wann Lon, Fim (ne| mmuthin the & Mamta, Arian ann i " नकार nिioni iran, anemiaryा Ek #Ramnमाया, सुस्वरा, सा m, Grannin EntMIT,(माशिमोना स्वामिना, सं५HARAS Yondomthittom-MMITMEसता andCl-in६ सिमोनाnिinin-406...,Page Navigation
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