Book Title: Sanskrit Vangamay Kosh Part 01
Author(s): Shreedhar Bhaskar Varneakr
Publisher: Bharatiya Bhasha Parishad

View full book text
Previous | Next

Page 580
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir परिशिष्ट - (ट) जैनवाङ्मय (धर्मशास्त्र, आगम, स्तोत्र-पूजा, श्वेताम्बर वाङ्मय, दर्शन, काव्य) जैन ग्रन्थाः धर्मशास्त्र-आगम इष्टोपदेशः नीतिसारः रत्नकरण्डक श्रावकाचारः - आचार्य समन्तभद्र मोक्षपंचाशिका तंत्रार्थसारः - अमृतचन्द्रसूरि श्रुतावतारः पद्मनन्दि पचविंशातिका - पद्मनन्दाचार्य अध्यात्मतरंगिणी पुरुषार्थसिद्ध्युपायः - अमृतचन्द्रसूरि चारित्रसारः -चामुण्डराय सर्वार्थसिद्धिः - पूज्यपादस्वामी अध्यात्मकमलमार्तण्ड -राजमल्ल योगसारः - अमितगत्याचार्य अनिल्यभावना - पद्मनन्दी लाटीसंहिता -कविवर राजमल्ल श्रावकधर्मप्रदीपः - आचार्य कुन्थुसागर सुधर्मध्यानप्रदीपः - मुनिसुधर्मसागर लघुज्ञानामृतसारः -आचार्य कुन्थुसागर तत्त्वार्थसूत्रम् - उमास्वामी श्रावकप्रतिक्रमणसारः -आचार्य कुन्थुसागर तत्त्वार्थसूत्रम् - उमास्वामी युक्त्यनुशासनम् - स्वामी समन्तभद्र तत्त्वार्थसूत्रवृत्तिः - श्रुतसागर विचारमतम् - तारणतरणमण्डलाचार्य तत्त्वार्थसूत्रवृत्तिः - भास्करानन्दी तारणत्रिवेणी - तारणतरणमण्डलाचार्य तत्त्वार्थराजवार्तिकम् -अकलंक भट्ट जैनस्तोत्र-पूजा-ग्रंथाः तत्त्वार्थवार्तिवाभाष्यम् -विद्यानन्द देवागमस्तोत्रम् -समन्तभद्र तत्त्वार्थसारः - अमृतचन्द्रसूरि पात्रकेसरीस्तोत्रम् -विद्यानन्दस्वामी पंचाध्यायी -राजमल्ल परमेष्ठीगुणस्तोत्रम् अर्थप्रकाशिका - उमास्वामी एकीभावस्तोत्रम् - वादिराज सूरि शान्तिसुधासिन्धुः - मुनि कुन्थुसागर भक्तामरस्तोत्रम् - मानतुंगाचार्य आत्मानुशासनम् - गुणभद्रस्वामी श्रीपुरपार्श्वनाथस्तोत्रम् ज्ञानार्णवः - शुभचन्द्राचार्य चतुर्विंशतिकास्तुतिः - सधर्मसागर सागारधर्मोमृतम् -आशाधर बृहत्स्वयम्भूस्तोत्रम् -समन्तभद्राचार्य धर्मपरीक्षा - अमितगत्याचार्य जिनशतकम् -समन्तभद्राचार्य अमितगतिश्रावकाचार - अमितगत्याचार्य जिनस्तोत्रसंग्रह (काव्यमाला द्वादशानुप्रेक्षा - सोमदेव सूरि 7 गुच्छ से) सारसमुच्चयः - कुलभद्राचार्य अजितशान्तिनाथस्तवनम् पूज्यपादश्रावकाचार - पूज्यपादस्वामी प्रतिष्ठासारोद्धारः - आशाधर रत्नमाला - शिवकोटि आचार्य प्रतिष्ठातिलक - नेमिचन्द्रदेव पंचसंग्रहः - अमितगत्याचार्य सिद्धचक्रमण्डलविधानम् - शुभचन्द्र अनगारधर्मामृतम् -आशाधर स्तुतिसंग्रहः समाधितंत्रम् - पूज्यपादाचार्य -सावचूरिकः समयसार - कुन्दकुन्दाचार्य सिद्धसेनीयद्वाविंशिका -सिद्धसेन दिवाकर -व्याख्या - कुन्दकुन्दाचार्य लघुचैत्यवंदनचतुर्विंशतिका -विमलगणि पंचास्तिकायसमरसारः - अमृतचन्द्रसूरि निर्वाणकलिका - पादलिप्ताचार्य कलशव्याख्या - अमृतचन्द्रसूरि वीतरागस्तोत्रम् - हेमचन्द्राचार्य समयसारकलशटीका - राजमल्ल चतुर्विंशतिका - बप्पभट्टसूरि तत्त्वार्थदीपिका - उमास्वामी जैनस्तोत्रसन्दोहः - संग्राहक-चतुरविजयमुनि तत्त्वानुशासनम् - नागसेन महावीरस्तोत्रम् -जिनवल्लभसूरि 564/ संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथकार खण्ड For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591