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नमूनो निशानी १. ( जुओ कलम ४.)
रहेवासी
१. हुं
जाते
नो
छु.
२. हुं आ लेखथी जाहेर करूं छु के, (क) आ संसार तरफ वितराग आववाथी हुं मारी राजीखुशीथी संन्यास
दीक्षा लऊं छु. (ख) मारी उमर पूरी
वर्षनी छे. (ग) माग माता पिता हयात
परणेलो
(च) हु परणेली छु।
*(छ) मारी स्त्री तथा छोकरांना भरणपोषण माटे में योग्य व्यवस्था करी छे,
ते अर्थे मारी स्त्रीए आ लेख उपर साख सही करी छे. तारीख
सही. साख.
* दीक्षा लेनार स्त्री होय तो आ रकम छेकी नांखवी.
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