Book Title: Sanmatitarka Prakaranam Part 1
Author(s): Sukhlal Sanghavi, Bechardas Doshi
Publisher: Gujarat Puratattva Mandir Ahmedabad

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Page 15
________________ टीकागतानामुल्लेखानां स्थानसंकेताः । आचा० ऋग्वेद-अष्ट जैमि० तत्त्वार्थ तत्त्वा० ध० न्या० न्यायद न्यायवा० प्रशमर० प्र० भग० गी० महाभा० आदिपक मीमां० मीमांसाद योगदा पात । वाक्यप० वात्स्या०भा०॥ वा०भा० व्यासभा० वैशेषिकद० शाबरभा० शाब० ॥ श्लो० वा श्वेताश्वत सूत्र० स्थाना० आचाराङ्गसूत्रम्। ऋग्वेद-अष्टकानि । जैमिनिसूत्रम् ( मीमांसादर्शनम्) तत्त्वार्थाधिगमसूत्रम् । धर्मकीर्तिकृतन्यायबिन्दुः। न्यायदर्शनम् (गौतमसूत्रम्) न्यायवार्तिकम् । प्रशमरतिप्रकरणम् । बृहदारण्यकम्। भगवद्गीता। महाभारतआदिपर्व । मीमांसादर्शनम् (जैमिनिसूत्रम्) पातञ्जलयोगदर्शनम् । वाक्यपदीयम्। वात्स्यायनभाष्यम् । (न्यायभाग्यम्) व्यासभाष्यम् । (योगदर्शनभाष्यम् ) वैशेषिकदर्शनम् । (कणादसूत्रम्) शाबरभाष्यम् । (जैमिनिसूत्रभाग्यम्) श्लोकवार्तिकम् । (कुमारिलकृतम्) श्वेताश्वतरम् । सूत्रकृताङ्गसूत्रम्। स्थानाङ्गसूत्रम्। हेमचन्द्रशब्दानुशासनम् । २० अ० अर्था० आ० (अधिकरणम्। अध्यायः॥ अध्ययनम् । अर्थापत्तिपरिच्छेदः। आह्निकम् । (उद्देशः। उपनिषत् ।

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