Book Title: Samdhikavya Samucchaya
Author(s): R M Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 157
________________ १३२ सीख १७.८.८ (शिक्षा) शीख सीयालअ १.७.५ (शीतकाल) शीयाळो सुकसाला २.२०.३ (शुल्कशाला) जकात नाकुं सुकड १०.५.२३ (सुकृत) सत्कृत्य सुक्क ३.११.३ (शुक्ल) श्वेत सुक्काडिम १८.२.८ सूकव्यु सुजम २६.९ (सुयम) व्रतधारी, सुज्ज १८.३.१६ व्यक्ति-विशेष सुद्धि ९.३.१८ शोध सुपरि १.५.९, सुप्परि १.१५.८ सुपेरे सुय-माइय ३.८.९ (श्रुत-मातृका) बाराखडी सुविणअ ३.८.४ स्वप्न सुहा - २.९ ९ (सुखापय् ) सुखो करवू सेवत्तिया १९.१८ (शतपत्रिका ?) शतपत्र कमळ ? सोमाण ११.९.७ सोपान सोवाग १२.७.१८ (श्वपाक) चंडाळ सावालअ ५.३.७ (सुकुमार) सुवाळु हउं १.१४.७ (अहं) हुँ हक्कारण २.१३.७ (आकारण) हकारवू, बोलावq हठ १८.३.२१ हठ हव १७.८.५, हिव १२.९.२२, हेव ८.१.२५, १२.५.१९ (अधुना ) हवे हासा-मिसि २० १.५ (हास्यमिषे) हसवाना बहाने हियडर्ड २.८.७, ५.४.७ (हृदयम् ) हैडु हिआविअ ४.११.१४ (हितविद् ?) हित करनारं हीरउ ५.११.२ (हिरक) हिरो हीरपट्ट ४.४.७ होरनु वस्त्र हुँ ६.२.१० (अहम्) हु हुम्मिअ १०.१.२१ क्यु हेला ४.११.४ (शीघ्रता) सहेलाई [दे. ना. ८.७१] होडियअ ४.११.१४ होड करी होण १०.२.४ हण, जाति-विशेष - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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