Book Title: Sagar Dharmamrutam
Author(s): Ashadhar, Manoharlal Shastri
Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti
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२५) दूदू हरीचन्द रेखाजी, फलटन
१) कचरादास कालीदास, देलवाडवाला १५) बाई जीवकोर, स्वर्गीय प्राणलाल हलोचन्दकी विधवा । ११) रामचन्द्र त्रिभुवन, घोघा २) वखरिया जमुनादास कुवेरदास ४) हीरालाल किशनदास, बरोडाघाला १) भाई घासीरामजी, मैनेजर राजगिरिक्षेत्र १५) सुदासनके समस्त हूमड़ जैनपंच १५) जोधपुरके समस्त जैनपंच ५) मोतीलाल दशरथसा, बड़वाहा ५) सेठ मूलचन्दजी सराफ, बरवासागर १०) धनकुमारसिंह बकसर २२।।)बारसीके समस्त पंच
२) हीराचन्द गांगा भावनगर ५१) कीलाचन्द छगनलाल, इन्होरवाला ५८/-)वड़वानीके समस्त दिगम्बर जैन पंच . १२) अमथालाल नारायणजी, नरसीपुर ११) नथूभाई अमथाजाल नाराणयजी, नरसीपुर १०) लल्लूभाई नारायणजी ८) हरगोविंददास नारायणजी ४) अबुलेख नारायणजी ५) बावचन्द गुलाबचन्द
, २०) पीताम्बरदास देवचन्द,
॥) मलूकचन्द रघुनाथ ५०१) I बालचंद उगरचंद बम्बई ।
I ५०१) सेठजीकी मूर्ति बनवाने के लिए और १००) माणिकचन्दग्रन्थमालाके लिए।
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