Book Title: Sadaivvatsakumar Charitram
Author(s): Matisagar, Manishankar Chaganlal Shastri
Publisher: Ratilal Keshavlal

View full book text
Previous | Next

Page 194
________________ श्री सदैवत्सा सुज्ञान विज्ञान पवित्र मूर्ति श्रीसागरानन्दसूरीश्वराणाम् // प्रणम्य पादाञ् शुभशिष्यकेण ___पन्यासश्रीमन्मतिसागरेण // 1 // गणाधिपं पूज्यसरस्वतीं च, वीरं जिनेन्द्रं ननु खेष्टदेवम् // विद्याप्रदं श्रीगुरुराजवयं, नत्वा कृतोऽयं शुभपद्यबन्धः // 2 // युग्मम् // मूलतः प्राय उध्धृत्य, किञ्चिन्न युनाधिकं तथा // कृत्वा सर्वोपकाराय, पद्यरूपेण निर्मितम् // 3 // विक्रमार्कशकस्याद्दे, रसाष्टग्रंहभूमिते // माघमासे पौर्णमास्यां, द्रङ्गे हि राधनपुरे // 4 // सदैववत्सचारित्रं, प्रापत् पूर्णदशामिदम् // उपकारपरैः सद्भि, कृपां कृत्वा विलोक्यताम् // 5 // युग्मम्।। श्रवणे मनने चास्य, पुण्यप्राप्ति भवेन्नृणाम् // श्रोतव्यं श्रद्धया भव्य, मन्तव्यं शुद्धचेतसा // 6 // ിരിരിരിരിരിരിരിരിരിരിരിരിരിരാളു // इति श्रीसदैववत्सचरित्रं संपूर्णम् //

Loading...

Page Navigation
1 ... 192 193 194 195 196