Book Title: Prashna Vyakarana Sutra Author(s): Sudharmaswami, Publisher: ZZZ Unknown View full book textPage 6
________________ पीवीसनासंगारिवानगीनिजमाहितएकपदगिMिalaादिंगारशकाधिकजाणि वीएतलनामश्रामवृकहतांमृत्युस्खाअसंयमसंयमननअलानाशापपसिनीमनताकर्ड गमद्दणाकटककदतीसिन्यवापाषाणतिपाकमीमनमहिवन्तमपबत्राणवसंत वज्ञतिणिकारणिकटकमदनामघामोरमण कहतांघाणकाजीवननच्युपरमणादाबुपर मणक्षतततकारकानामिजाणिवा झवत्रतमजतेदनका अनेरउपरतवते. व्हनविषसंक्रमणाननकारकघाणवि युक्तपाणीपरलविजाय नरसवसकामका परसवकहतांजेगमवध्यादिमीमात्रियवानकहतांतिप्रपाताजीवधा तघकापुतिपडिवबजायावकोवोयाक देतीपापपठातिन विस्तारकावकारसमुच्च यनश्चधिवतशपावलोलोनियायपाणियानविघलसकहतांचिलगजनधकातिपा पलाताबिनाकहतीशारीरमदिवाशपतलनिष्पक्षकाधनीसगवनविन दकरतांपासवधनधाश्तनातनपाणवधननीमकहियशतिवारगजनराबविवेदश्चरका ।Page Navigation
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