Book Title: Prashna Vyakarana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 15
________________ इत्यादिजीवनवणशदिवश्ववेक्किासघलानमसंयदरवाजलघलखवारिकोटजल्लवारी स्वत्नवाराआकाशवा एहवापंचायपश्चनागासमूहातघाबेदातदाराविक्षनानायका राजीवायसर्वजावकदवाबपियजाविणकहतीधीयवाजावतवाजेदनशेएदवातघामरण रकपडिकलामरण नाउरकपकातिकूलकपा माएतावतासाजीवितावाब परमरणयों बर्शनही गहवाबाबुडाजीवनरंक्षाज्ञातकनाबऊसंकिलिहकम्माबजवणासकिलि करतीकूरगदवाकमबजेहना। एनवाज शतएजीवनदणसालावाएतल वधवार घोणवधनप्रकारकाटीदिवप्रया जननश्कारशतदेतकहरबमूचाश्मेदि विविददिकारणेदिकित्वम्मवसामसामयामा गियाजगफिफिसममलिगदिययंतपिनको फसदतहिमिजानदनयाणकामदारूपिनकक्षमणिसिंगदाढपिनविसापावालादमिति योलमरमधुकरिगणरासमुगिछाताहातदिणसरारावगणच्यापकिवणेबदिएबहवेव बाहरपरिमाणमामदियएवमाध्यहिंबनदिकारणसतहिाबुनाश्हहिंसतितसेया।

Loading...

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 518