Book Title: Prashna Vyakarana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 470
________________ अपना यहिचानकल्पातामयाविनयकाहतानाहात्रवेनीतंबाबाबनामीसकसीमन कमाकोमनाच पुत्राममयोगघकानिष्पन्न रजनपवाजातरूपासान मणिबंकीतादिकामुक्ताक्षरडका कह तामीपसपावरवावप्रमिछादनमणि कहतीक्षाधियाननपानदंतम्राघवादतनननी पननमणि गामिलायाघाण कायवरकहतापानकाय चलवचम्माचाबचा पतनासंबंधियाजपा बीमत्वरिहाशकहती महमिजमूल्याप निरानशलवालणाएकाग्रचिननाकराणहारा नघालासनाऊपनावणहारपरिणहिकहतीपरावर्तिवाघिवापरियदिवानकल्म शाकहनशगुहावन गुणवेतनशतघापुष्फ फलकंदमूलादिकपरियहिवानकल्पमा मित्ररमामासतरमवाजदाचादिकमन मणमन्त्ररमोगदवाससमस्नधान्पतीदिविजागे हिंत्रिशंजोगिकरीपनलमनिववनिकायाकरीपरिग्रहिवचनकल्प स्पासणीमहलमज लायाध्यामिषधातकादियाजएकलनजव्यासिषज्यातकहियजेजव्यनमायारिनीपनन का घागालाप्रमुख साजनघमित्रपतलानश्याशिमंजएगावारित्रिय पशक्तिसपिरिग्रहिवानक 225

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