Book Title: Prakritpaingalam
Author(s): Bholashankar Vyas, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
View full book text ________________
६५८
प्राकृतपैंगलम् नरूला, शमशेरसिंह : हिदी और प्रादेशिक भाषाओं का वैज्ञानिक इतिहास पंडित, डा० प्रबोध बेचरदास : प्राकृतभाषा मार्कण्डेय : प्राकृतसर्वस्व वररुचि : प्राकृतप्रकाश वर्मा, डा० धीरेन्द्र : ब्रजभाषा (प्रयाग, १९५४) व्यास, डा० भोलाशंकर : संस्कृत का भाषाशास्त्रीय अध्ययन (काशी, १९५७) सक्सेना, डा० बाबूराम : देक्खिनी हिंदी (प्रयाग, १९५२) हेमचंद्र : शब्दानुशासन (अष्टम अध्याय) (पूना, १९३६ संस्करण).
(२) छंदशास्त्र पिंगलछंद:सूत्र
केशवदास : छंदमाला छंदोमंजरी
सुखदेव मिश्र : वृत्तविचार श्रुतबोध
श्रीधर कवि : छंदविनोद वाणीभूषण
भिखारीदास : छंदार्णव वाग्वल्लभ
नारायणदास : छंदसार स्वयंभूच्छन्दस्
गदाधर : छंदोमंजरी वृत्तजातिसमुच्चय
मंछ : रघुनाथरूपक गाथालक्षण
दलपतभाई : दलपतपिंगल कविदर्पण
रामनारायण पाठक : बृहत् पिंगल छंदोनुशासन
माधवराव पटवर्धन : छंदोरचना छंदःकोश
डा० पुत्तूलाल शुक्ल : आधुनिक हिंदी काव्य में छंदयोजना । राजमल्ल : पिंगलशास्त्र
(३) साहित्य Keith, A. B.: A History of Sanskrit Literature. Keith, A. B. : Sanskrit Drama. Plekhanov. : Art and Social Life. Shipley, J. T. : Dictionary of World Literary Terms. (London, 1955 ed.). Shucking, L. L. : The Sociology of Literary Taste. (London, 1950 imp.) Thompson, George : Marxism and Poetry. Vyas, Dr. B. S.: Hindi Literature in Changing Phases (unpublished). उपाध्याय, पं० बलदेव : वैदिक साहित्य, केशवदास : रामचन्द्रिका (लाला भगवानदीन संपादित). कोछड, डा० हरवंश : अपभ्रंश साहित्य. गुप्त, डा० माताप्रसाद : बीसलदेवरास (संपादित). गुप्त, मैथिलीशरण : साकेत. जिनविजय, मुनि : पुरातनप्रबंधसंग्रह. जायसी : पद्मावत. तुलसी, गोस्वामी : रामचरितमानस, कवितावली, गीतावली. त्रिवेदी, डा० विपिनबिहारी : चन्द बरदायी और उनका काब्य. द्विवेदी, डा० हजारीप्रसाद : हिंदी साहित्य, द्विवेदी, डा० हजारीप्रसाद : हिंदी साहित्य का आदिकाल. द्विवेदी, डा० हजारीप्रसाद : संक्षिप्त पृथ्वीराजरासो (संपादित).
For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690