Book Title: Prakrit Vyakarana
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Gujarat Puratattva Mandir Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 437
________________ लम्बने च) णीलुंछ ( निष्पाते आच्छोटने च) कम्म (क्षुरकरणे) गुलल ( चाटुकरणे ) ७२ कृ , ७४ स्मर प्रा० सर झर भर भल विम्हर सुमर पयर ७५ वि+स्मृ पम्हह पम्हुस बिहर वीसर ७६ व्या+ह प्रा. वाहर ७७ प्र+स प्रा० पसर कोक, कुक्क पोक पयल उल्ल महमह (गन्धप्रसरणे) णीहर नील धाड वरहाड ७९ नि + सु प्रा० नीसर प्रा० ४३

Loading...

Page Navigation
1 ... 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456