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लिपिपत्र १९वां- मेवाडके हिलराजा अपराजित के समयके लेखसे (विकमी)सम्बत् ७१८ सई क ख ग घ च छ जभ ट ठ ड ए त थ ध न प फ ब भ म ५७ 10 ए रह (On हसारन मम य रल व श स स ह . का जा सलाधि निहि की री हो, गुनु रु मु AADMI JHANE, हर्ष (२८क) ६, नरम ये ले नै शै को मो म क्या था इच जिण्डि त्यं ध्वन्ध पू ब्धि व्या
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