Book Title: Prabhavak Charitra
Author(s): Prabhachandrasuri, Jaydarshanvijay
Publisher: Jinagna Prakashan

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Page 586
________________ 569 विशेषनानामिकामचनुक्रमणिका । २२५ १३७ ११९ १९२ १३१ ११८ विभाकर [ अम्बापुत्र] ४४ शाखिसैन्य २४ | समुद्रदत्त [ वणिक् ] विमलगणी [सूरि] १२८ शामल [हस्तिप.] . २०२ समुद्रसेन [राजा ] विमलगिरि [पर्वत ] ८,४०,१२८,२०४, शान्तिचन्द्र [मुनि] १७२ सरयू नदी ] २११ शान्तिसूरि (वादिवेताल) २,१३३, सरस्वती [ साध्वी ] विमलचन्द्र [ विद्वान् ] १७२ १३७,१५,१५०,१७९ सरस्वतीपीठ विरूपानाथ [ क्षेत्रपाल] १२८,१३० शान्तिस्तवन १२० सर्वदेव (१) [ ब्राह्मण] विलास नगर ३२ शालिभद्र सूरि १३६ सर्वदेव (२) , १३८,१४०,१४१ विशाला [नगरी] | शिवनाग [ वणिक्] १२७ सर्वदेव सूरि ११८,१३६,२१४ विश्रान्तविद्याधर [ शब्दशास्त्र] ७८ शिवभूति [ भागवत विद्वान् ] १७२ सागर (१) [ ब्राह्मणपण्डित] १७२ विश्वामित्र [ऋषि] १८८ शिशुपालवध [काव्य ] १२१ सागर (२)[ ,, ,] १७९ बीतभयपुर [नगर] शीलभद्र सूरि २१४ सागरपोत [वणिक् ] ४१,४२ वीतरागस्तव [ग्रन्थविशेष] २११ शीलवती [श्रेष्टिपत्नी]... सागरमुनि वीरगणी २,१२५-१३२ शीलाङ्ग सूरि १६४ साढ [ श्रावक] वीरचरित [अन्यविशेष] २१० शुद्धोदनसुत ३४ सातवाहन [ राजा] २५,३८,३९,४४ वीरदत्त [श्रावक] शुभंकर [अम्बापुत्र] सारस्वत [नदीतट] वीरनाग [श्रेष्टी] १७१,१७२ शुभंकर [श्रेष्ठी] सावित्री [ब्राह्मणपत्नी] १४६ वीरमन्त्री | शोभन [मुनि] १३०,१४१,१५० सांकाश्यस्थान १३८,१३९ वीरसूरि, वीराचार्य २,१३६,१६७,१७० श्यामल [हस्तिप] २०१ सांब [कुमारपालमित्र] १९७ वीरस्तुति [स्तव] ५९ श्रमणसिंह [ सूरि] २,३२,४० सिद्धर्षि [ कवि, ग्रन्थकार] १२१-१२५ वृद्ध देवसूरि १८ श्रीचन्द्रसूरि . १८०,२१४ सिद्धक्षेत्र वृद्ध-वादी सूरि २,५४, ६१ श्रीधर [ब्राह्मणपुत्र] १६१ | सिद्धपुर [नगर ] ४१ वैताव्य [पर्वत] | श्रीपति [ब्राह्मणपुत्र] सिद्धप्राभृत [प्रन्थ ] ३४ वैरिसिंह [राजा] २२ श्रीपत्तन (भणहिलपुर) १०७ सिद्धमर्यादा १९५ वैरोच्या [देवी] १९,२०,२१,२८,२९ श्रीपाल [कवि] १६७,१७७-१७९, सिद्धराज (जयसिंह) १३५,१६५-१६९ वो(बो)सरि [ब्राह्मण] १९६ १८९-१९४ १७३,१७४,१७६,१७८-१८०, व्याख्यात (सिद्धर्षि) श्रीपुर नगर ४१ १८३,१८५,१८७,१८९,१९१शक [जनविशेष २४ श्रीमालपुर [नगर ] १२१,१२७ १९५,१९८-२०१ शकराजा श्रीमालवंश १३३,१९६ सिद्धराजमेरु [मन्दिर] १९७ शकवंश २५ श्रीवर्म [ नृपति] ४१ | सिद्धव्याख्याता (सिद्धर्षि) १२५ शकसंवत् | श्रुतकीर्ति [ दिगम्बराचार्य] ४७ | सिद्धसारस्वत (धनपालकवि) १३३ शकुनिकातीर्थ १७४,१७७ सिद्धश्री [साध्वी ] शकुनिकाविहार ४३ श्वेताम्बर -१०,१८८ सिद्धसेन सूरि (दिवाकर) २,४३,५४, शक्रावतार [तीर्थ] पंडिल्ल गच्छ १६७ ६१,१३७ शंकर [सान्धिविग्रहिक] संगमसिंह सूरि सिद्धसेन सूरि [मोढगच्छीय] ८०,८२,९१ शंखोद्धार [ तीर्थ] सजन [ मन्त्री] १९४ | सिद्धहेमशब्दानुशासन [व्याकरण ग्रन्थ ] शत्रुञ्जयगिरि ३२,३६,११८,१२८,१८ सतारकपुर [ग्राम] १०७ १८०,१८६ १९४,१९८,२०४,२०८,२११ सत्यदेवी [ब्राह्मणपत्नी] सिद्धादेश [ग्रन्थ] शत्रुञ्जयतीर्थ सत्यपुर [प्राम] १२५,१४६,१४८,१७२ | १८६ शर्म [ द्विज] | सपादलक्ष [ देश] १६२,१७२,१८६, सिन्धु [नदी] शलाकावृत्त [त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित] १९७,२०६ सिंहगिरि [सूरि] १,२१. सप्तशती देश ११८ | सिंहपुर [नगर] शाकम्भरी [नगरी] समरदिनेशवृत्त [कथाप्रन्थ] सिंहलद्वीप ४२,१८६ शाखिदेश २३ समरादित्यचरित। ____३,४,१२३ सीमंधरस्वामी १७,२२ शाखिराजा २४ समराचरित्र ) सुदर्शना [ राजकुमारी] २५ श्वेतपट ३१ १०८ १३६ २३ १९४

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