Book Title: Pistalis Agam Puja
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: ZZ_Anusandhan
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________________ अनुसंधान-१५ . 86 तपगच्छनायक गुणनिधि गोरुया, श्रीविजयधर्मसूरीराय जी / जास प्रसादें श्रुतगुंण धुणीओ, जन्म कृतारथ गणीयो जी / / 8 / / 'नायचारीज बिरुदनो धारी, परमती दूर निवारी जी / श्रीजसवीजय वाचक वर शिष्य, गुणविजय जगीस जी // 9 // गुरु श्रीसुमतिविजय मुझ पाठक, तस पद मधुकर रशियो जी / उत्तमविजय' आगम वंदें, पून्य महोदय वशियो जी // 10 // आगमनांण जे भणस्य गणस्यें, तस घर मंगलमालाजी / जगमाहिं जसलच्छि वरस्यें, जय जयकार विशाला जी // 11 // इति श्रीपिस्तालीस आगमनी पूजा समाप्तम् // संवत् १८९०ना वर्षे भाद्रवा वदि 5 वार सोमे // लि.डुंगरजी // सरसपुरमध्ये // वासणसेरी मध्ये // श्रीरस्तु / / १.न्यायाचारीज ला. // 2. परमत ला. / / ३.सीसा, श्रीगुण. ला. // ४.ए आगम ला. // ५.नाम जे ला. // 6. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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