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पान पंक्ति
शुद्ध पंचबाणस्स यवनिकान्तरम् ठवेदुमिच्छेज्ज हीणो सन्मान
अशुद्ध पंचवाणस्स जवनिकान्तरम् ठवेद मिच्छेज्ज हीणी सामान्य अपरि ग्रही पज्जत टाकण (सेवा करना आशी विष उय्वय फिराणा
पज्जत टाकणे --- आशीविष उव्वय परिभ्रमण करना
यज
जय
उपटणे, केशलोच
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हाथी
जूह
उदटणे, केशलोंच हाती जह सकना उपभोग दे (अभितः) करण मग या घणकगुल्येषु चंदणदज्जा उम्मण पाथिव पेयवमे रहपरास्त प्र+झापाय
शकना उपभोग है (अभितः सब तरह करणे मगया चणकगल्मेष चंदणवज्जा मम्मण पार्थिव पेयवण रहपएस प्र+ज्ञापाय धुमसणे कुथु डरपोक
y
धुमसण
or wom
कुथु डरफोक
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