Book Title: Patan Chaitya Pparipati
Author(s): Kalyanvijay
Publisher: Hansvijay Jain Free Library

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Page 130
________________ 124 बिब चद्रप्रभा बिंब 2.me. चौद चंद्रप्रभ चौद वीर GG MG विर जीनवरुए भसात जिनवरु ए भेसातवित्र v बिब . शीतल बिंब पीतलमे शीतल किंव पीतलमय माहे मोहे 2. साहव मुआ- साह वसुआ२०५ चत्य- चैत्य१०६ -णनगुणा- -जनगणा१०७ ससार संसार-निधि -निधि -पाश्व -पार्श्व 111 जिनपति -जिनपति आ सिवाय मात्रा रेफ विगेरे खण्डित थवा संबंधी या ऊडी जवा संबंधी अने केटलीक पदच्छेद संबंधा रही गयेली स्खलनाओ सुज्ञ पाठकोए सुधारी वांच. MMME 109

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