________________ तरङ्ग सागर! तरङ्गसागर!! (सचित्र) मासिक पत्र जिस्में उपन्यासिक, ऐतिहासिक, जासूस, हास्य, नाटकीय-विषय कौतूहल युक्त डिमाई 8 पेजी साइज (आकार) का चिकने कागज पर सुंदर बम्बई अक्षरों में तारा प्रिंटिंग वर्स से महीने 2 प्रकाशित होता है। यह पाठकों के लिए अति रोचक है / इस संख्या में अमीरअली ठग का सचा वृत्तान्त और सलीमा बेगम का अस्ली दास्तान पढ़नेही योग्य है / वार्षिक मूल्य डाक व्यय सहित 2) रुपया। एस. सी. बेनरजी, म्यानेजर, तारा प्रिन्टिंग वर्क्स, बनारस सिटी। परीक्षामुख पुस्तक, मिलनेके पते: (1) घनश्यामदास जन, स्याद्वाद् महाविद्यालय, काशी। (2) बंशीधर जैन, मास्टर, बुढ़वार (ललितपुर) आप्तपरीक्षाभाषा भी हमारे यहां मिलती है।)