Book Title: Panchashati Prabodh Sambandh
Author(s): Mrugendravijay
Publisher: Suvasit Sahitya Prakashan

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Page 442
________________ २०३ ११६ १८६ ३५१ . ३२४ ३१८ १८९ ३४७ चाखही चाणिक्य ( मन्त्री) थाहर (पुरुष) चाहट ( मन्त्री) चाहिल चारुदत्त चिगल्लक (नगर) चिङ्गाडिक (देश) चित्रकूट (पर्वत) चेटक ( राजा) चौलुक्यकर्ण (राजा) चौलुक्य (वंश) ३६ १०३ 20 २३० २५६ २० ५४ २०३ जयहेम (सिद्धहेम-ग्रंथ) जराकुमार जरासन्ध जालन्धर (देश) जावट (श्रेष्ठि) जावडप्रबन्ध (जैनप्रन्थ) जितशत्रु (राजा) जितसेन (राजा) जिनदत (राजपुत्र) जिनदत्ता जिनदास ( वणिक) जिनप्रभसूरि जिनसुन्दरसूरि जिनभवनस्तवः (अन्य ) जीमूतवाहन जीरापल्ली (ग्राम) जीर्णधन (श्रेष्ठी) जीवदेवसूरि जीवपाल ज्ञानवती २, ३४२ ३१५ ३१४ ८ छल (राजा) छाण्डा ( श्राविका) छिपावसाहिका ( चैत्य) छिम्पिका (श्राविका) ३५३ ३५३ ३३२ २५० sex ३११ जाडू ( मणिग) जगञ्चन्द्रसूरि ( जैनाचार्य) जगत्सिंह जमसिंह जबरालपुर (नगर) जम्बूद्वीप (देशः) जयकेसरि (आचार्य) जयत ( ताक.) (पल्लीपतिः). जयन्तसिंह जयसिंहदेव ( चौलुक्यकर्णपुत्र) जयासह (गजा) झाझण (पेथडपुत्रः) झाझणदेव , झालोवाटिका ( देश) १८० २२७ २०४ १३३ २३४ टीडा (ज्योतिष्क) १५६. ठाडाक { व्यवहारी) "Aho Shrutgyanam"

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