Book Title: Pahuda Doha Chayanika
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 93
________________ मिलिउ पिट्टिज्जइ सुघहिं (मिल-मिलिय) भूक 1/1 (पिट्ट) व कर्म 3/1 सक (सुघरण) 3/2 =मिली हुई -पोटी जाती है -हथौडो से 82 तित्या तित्य भमेहि वढ तीर्थों पर (को) तीर्थों पर (को) जाता है पोयत चम्म जलेण (तित्थ) 2/2 (तित्थ) 2/2 (भम) व 2/1 सक (वढ) 8/1 वि (घोयम) भूक 1/1 अनि (चम्म) 1/1 (जल) 3/1 (एम) 2/1 सवि (मण) 21 अव्यय (धोअ) व 2/1 मक (तुम्ह) 1/1 स (मइल-अ) 2/1 वि [(पाव)-(मल) 3/1] -घोया हुआ -चमडा जल से -इस (को) -मन को -किस प्रकार -धोयेगा मणु किम घोएसि मइलउ पावमलेण =मैले -पाप-मल से 83 जोइय हियड जासु इक्कु रिगवसह (जोइय) 8/1 'य' स्वार्थिक -हे योगी (हिय+अडम) 7/1 'अड' स्वा = हृदय में (ज)6/1 स -जिसके अव्यय अव्यय =पादपूरक (इक्क) 1/1 वि -एक (शिवस) व 3/1 अक -निवास करती है (देन) 1/1 -दिव्य प्रात्मा (जम्मरण)-(मरण) जन्म-मरण से रहित (विवज्ज-विवज्जियम) भूक 1/1 'अ' स्वार्थिक] अव्यय =किस प्रकार [जम्मरणमरण- । विवज्जियउ किम पाहुडदोहा चयनिका ] [ 69

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