Book Title: Nyayavinishchay Vivaranam Part 2
Author(s): Vadirajsuri, Mahendramuni
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 504
________________ ४४२ न्यायधिमिभयधिकरणे भाग पृष्ठ 4 भाग ३ 4. विश्वरूप वृत्ति १८ वैद सिंहमहीपति २ २०२ २,२० सिद्धसेन १ २२९ १० सिद्धिविनिश्चय सीमन्धर १६८ सुमतिदेव सूत्र २ २५० १२ | सूत्र ( चार्वाक) १७७ ध्यास १ ४७६८ १ ४७७ सूत्र त.सू.] ४३५ १५ व्योमवत् १ २१४ ध्योमशिव १ ४११ व्याख्यानरतमाला ४ | सूत्र न्याय ] खून [यो.स.] सूत्र [ वैशे] सूत्रकार २२ सूत्रकारादि स्याद्वादमहार्णव १ ४३४ धान्तभद्र ५.२६ शाबर श्रीपरवादिमल्ल [] भूति त्रिलक्षणकदर्थन [स] सन्मतिसागर समन्तमद्र ४९६ १७ हेतुबिन्दु २ १५४ २४ हेमसेन २४८८ २ ३६९ ६ । देवागम धर्मोचर २ ५५ १८ | निबन्धनकार ( प्रशाकर) १ ३९५ ५ निमन्धनकार ( अकलेक) १ ४३४ २२,२३ १ ४३८ २७ | न्यायविनिश्रयतात्पर्याययोतिनी २ ३६९ १९

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