Book Title: Nyayamanjari Part 01
Author(s): K S Vardacharya
Publisher: Oriental Research Institute

Previous | Next

Page 15
________________ 40 42. 43 44 51 पुटसध्या करणस्वरूपविषये पक्षान्तरम् .... 37 बौद्धसम्मतप्रमाणस्वरूपपरिशीलनम् बौद्धकदेशिसम्मतप्रमाणस्वरूपपरिशीलनम बाबैकदेश्यन्त रमतपरिशीलनम् .... मीमांसकसम्मतप्रमाणस्वरूपविवार मीमांसकैः ज्ञातता(प्राकव्य समर्थनम ज्ञाततानिरासः ज्ञानस्य क्रियारूपत्वाभावः ज्ञानस्य नित्यानुमेयत्वनिरासा .... फलनिर्वर्तकत्वमेव कारकरवं, न तु क्रियानिवर्तकरवमिति • समर्थनम् पाकादिक्रियास्वरूपनिरूपणम् .... क्रिया-फलयोर्भेदः मात्मनः निष्क्रियत्वम् भावनायाः पुरुषव्यापारस्वनिरासः ज्ञानस्य धा वर्थत्वेऽपि क्रियारूपत्वाभावः प्राकट्यस्वरूपपरिशीलनम् गृहीतग्राहिणोऽपि ज्ञानस्य प्रामाण्यम् धारावाहिज्ञानस्वरूप विचार: स्मृतेः प्रमात्वाभावे हेतुः स्मृतेः अर्थाजन्यत्वनिरूपणम् .... प्रतिभाशः स्मृतितो वैलक्षण्यम् .... धर्मकीर्युक्तपमाणसामान्यलक्षणविचारः सांख्यामिमतप्रमाणसामान्यलक्षणविचारः प्रमाणविभागः .....71-74 प्रमाणस्य चतुर्विधस्वम् .... 71 सूत्रस्य लक्षण-विभागपरत्वम् .... 72 सूत्रस्योभयपरत्वेऽपि वाक्यभेददोषाभाव: .... 74 . 52 AO KA 69

Loading...

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 810