Book Title: Nisihajjhayanam
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragya Acharya, Mahashraman Acharya, Srutayashashreeji Sadhvi
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 521
________________ परिशिष्ट-१:शब्द : अनुक्रम ४८० निसीहज्झयणं चाउलोदग १३/१३३ ३९, १५५; १७/४१,९५ चामरग्गह ९/२७ जक्खमह ८/१४; १९/११ चिंता ८/११ जणवय १६/२६,२७ चित्तकम्म १२/१६ /जमाव (दे.) १/३९ चित्तमंत ७/७२-७४; १३/५-७; १४/२४-२६; १६/४५-४७; जमावंत (दे.) २/२४,२५ १८/५६-५८ जल १८/६,७ चिलाइया ९/२९ जलगय १८/१८,२१-२४,२६-३० चीणंसुय ७/१०-१२; १७/१२-१४ जलणपक्खंदण ११/९३ चीरल्लपोसय ९/२३ जलणपवेस ११/९३ चीवर १०/४१ जलपक्खंदण ११/९३ चुण्ण १/५; ३/१९,२५,३१,५३,६२, ४/५७,६३,६९,९१, जलपवेस ११/९३ १००; ६/६, २८,३४,४०,६२,७१; ७/१७,२३,२९,५१, जल्ल ३/६७; ४/१०५, ६/७६; ७/६५; ९/२२; ११/६२; ६०११/१४,२०,२६,४८,५७; १४/१४,१५,१८,१९; १५/ १५/६४,१५०; १७/६६,१२० १६,२२,२८,५०,५९,१०२,१०८,११४,१३६,१४५; १७/ जवोदग १७/१३३ १८,२४,३०,५२,६१,७२,७८,८४,१०६,११५;१८। जाइत्ता १/२७ ४६,४७,५०,५१ /जाण ९/१२ चुण्णपिंड १३/७४ जाणगिह ८/७; १५/७३ चूयवण ३/७९ जाणमाण १/३९,४० चेएंत ५/२; १३/१-११ जाणसाला ८/७; १५/७३ चेतियमह ८/१४ जात ९/५ /चेय ५/२ /जाय १/१९ चेल १७/१३२ जायंत १/१९-२६; २/४८; १४/३८,३९; १८/७०,७१ चेलकण्ण १७/१३३; १८/१६ जायणावत्थ १५/९८ चेलपाय ११/१-३ जायरूवपाय ११/१-३ चेलबंधण ११/४-६ जायरूवबंधण ११/४-६ छ ९/७ /जिंघ १४८ छगणपीढग १२/६ जिंघंत १४८,१०,२/९;६/९ छणूसविय १५/९८ जीरयवच्च ३/७७ छत्तम्गह ९/२७ जीव ७/७५; १३/८; १४/२७; १६/४८; १८/५९ छम्मासिय २०/५,१०-१४,१९,३० जुग्गगिह ८/७; १५/७३ छविखाय ९/१० जुग्गसाला ८/७; १५/७३ छाओवय ३/७९ जोग १३/२७ / छिंद १/२८ जोगपिंड १३/७३ छिंदंत १/२८ जोणिया ९/२९ ज १/१ जोयण १८/१२ जउणा १२/४३ झल्लरी १७/१३६ जंघारोम ३/४२; ४/८०; ६/५१,५७; ७/४०; ११/३७; १५/ झोडय (दे.) १७/१३७

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