Book Title: Nandisutram
Author(s): Devvachak, Malaygiri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 278
________________ शुद्धम् । शुद्धम् । निन्दि- सूत्रम्। ॥२३२॥ मूलसूत्राणाम शुद्धिपत्रकम् । गवअं, | पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् । १४८ ५ सुर्य १४८ ६ सुर्य १४८ ६ सुयं १४८ ६ सुयं १४८ ६ सुर्य १४८ ६ सुर्य १४८ १४ सद्धाणगइ १४९ ४ सेत्तं तिन | पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् । १५७ ७ गवं, १५७ ७ सउणरु १५७ ७ नाडयाई १५८ १२ सयं १५८ १३ सयं १५८ १३ तिन० १५८ १४ इ. १५९ १ पुरिसे १५९ २ य १५९ ६ तय १५९ १० सुय १६४ १० दविं १६५ २ •सुए, पुरिसं संठाणागिई सेत्तं लद्धिअक्रवरं । सेतं उप्प ते तया १५५ ५ उप० १५५ ६ नं १५५ ८ ईद. १५५ ८ दिट्ठ देवि सुए, समुट्ठाणसुए ॥२३॥ Jain Education ? For Private & Personel Use Only Www.jainelibrary.org

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