Book Title: Namo Purisavaragandh Hatthinam
Author(s): Dharmchand Jain and Others
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Ratna Hiteshi Shravak Sangh

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Page 934
________________ नमो पुरिसवरगंधहत्थीणं ३४. २०११ १९५४ जयपुर ||३५ २०१२ १९५५ अजमेर जोधपुर में चरितनायक का चातुर्मास उपाचार्य श्री गणेशीलाल जी म.सा प्रधानमंत्री श्री आनन्द ऋषि जी म.सा, व्याख्यान वाचस्पति श्री मदनलाल जी म.सा, कवि श्री अमरचन्दजी म.सा, पं. रल श्री समर्थमल जी म.सा, बाबाजी श्री पूर्णमल जी म.सा. आदि संत-वरेण्यों के साथ हुआ। १. मनि श्री अमरचन्दजी २. आचार्य श्री महासती श्री जसकंवरजी आदि सती- मण्डल भी। हस्तीमलजी म.सा. ३. पं. श्री लक्ष्मीचन्दजी म. जयपुर विराजित । ४. मुनि श्री छोटे लक्ष्मीचन्दजी म. ५. मुनि श्री माणकचन्द जी ६. मुनि श्री रतनजी ७. मुनि श्री जयंत जी ८. मुनि श्री सुगनजी ठाणा -८ सोजत सिटी-१. मुनि श्री लाभचंद जी २. मुनि श्री चौथमलजी ठाणा २ १. मुनि श्री अमरचंदजी २. आचार्य श्री मुनि श्री आनन्दऋषिजी के सम्प्रदाय के मनि श्री| हस्तीमलजी म.सा. ३. “मुनि श्री छोटे पुष्पऋषि जी, मनि श्री हिम्मतऋषिजी का भी|| लक्ष्मीचंदजी ४. मुनि श्री रतन जी ५. मुनि श्री चातुर्मास चरितनायक की सेवा में । जयन्तजी ६. श्री सुगनमुनि जी ठाणा ६ २. महासती श्री धनकंवर जी ठाणा ३ का विजयनगर - १. पं. लक्ष्मीचंदजी २. श्री चातुर्मास भी अजमेर में । महासती श्री राजकंवर माणकमुनि जी ठाणा २ जी एवं जतनकंवर जी की क्रमश: कार्तिक शुक्ला डेहण (वन्दर) - १. मुनि श्री लाभचन्दजी २.१० एवं मार्गशीर्ष कृष्णा १२ को दीक्षा । २६ मुनि श्री चौथमलजी ठाणा २ मार्च से ६ अप्रैल तक भीनासर सम्मेलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका। १ अप्रेल १९५६ चैत्र शुक्ला २०१३) को श्रमण संघ में उपाध्याय मनोनीत। १. मुनि श्री अमरचंदजी २. पूज्य श्री स्थविरा महासती श्री छोगाजी म.सा. का आषाढ हस्तीमलजी म.सा. ३. मनि श्री छोटे कृष्णा ४ संवत् २०१३ को अजमेर में लक्ष्मीचन्दजी ४. श्री माणकमुनि जी ५. श्री स्वर्गारोहण। कोटा सम्प्रदाय के मुनि रामकुमार जयन्तमानि जी ६. श्री सगनमनिजी ठाणा६ जी ठाणा ३, उपाचार्य श्री गणेशीलालजी म. के भीनासर-गंगासर-१.मुनि श्री लक्ष्मीचन्दजी बड़े सन्त श्री पन्नालालजी म. ठाणा ५ का २.मुनि श्री रतनजी ठाणा २ चातुर्मास भी बीकानेर में था। महासती श्री मालूंगा मुम्बई- मुनि श्री लाभचन्दजी २. मुनि बदनकंवरजी, लाडकंवर जी आदि का चातुर्मास श्री चौथमलजी ठाणा २ भी यहां ही था। १. मुनि श्री अमरचन्दजी २. चरितनायक श्री मनि श्री पन्नालालजी के शिष्य श्री हगामीलाल हस्तीमलजी म.सा. ३. मुनि श्री छोटे जी ठाणा १ साथ में थे। लक्ष्मीचंदजी, ४. श्री माणकमुनि जी ५. श्री जयन्त मुनि जी ६. श्री सुगनमनिजी ठाणा ६ । अजमेर - १. मुनि पं. श्री लक्ष्मीचंदजी म. २. श्री रतनमुनिजी ठाणा २ दादर-बम्बई- १. मुनि श्री लाभचंदजी २. मुनि श्री चौथमलजी ठाणा २ ३६ २०१३ १९५६ वाकानेर स्थविरा महासती । ३. मुनि श्री तक्ष्मीचन्दजी |३७ २०१४ १९५७ किशनगढ़

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