Book Title: More Documents of Jaina and Gujarati Paintings
Author(s): Umakant P Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 42
________________ HUAIIMEET नाभिक वाममति:पुनरादीनाममा कुलजममदारमदाह (रासमानामा रममालागारमा यात गोदामाललल हररलायोदान पर पायजम्पारणीत नया ने नमाविनःपातारा मायामायागाचातरायन मांगा गोर गोमयागीकार कलियोलनीयोम वाशिमानकम लालारिकालालमियमला तामेवजातनवासकलाम अर मानसिपकपर का नायाक्तिलामासानामि मापदह ये माँ की मैंगलमहीनी व मायकीमोड देवय Fig. 5. Banswara Plate of Bhojadeva, 1019-20 A. D. (Reproduced From Epigraphia Indica, Vol. VI) Fig. 6. Ogha-Niryukti, d. 1060 A. D. Fig.7. Ogha-Niryukti, d. 1060 A. D. बारात नंततिवसम्बाकसमा कातरवायत्वासन करतात विकण्ठ मासकसमापिचवनमादावधि मिनासावादावदिवाकर सासंद innar अवसवादारावासतःकामालकी युक्रबानिहारमाननामावगत याकाणाशिलनलिस्विते। नेगने वहाराहामकाज स्ान हमाराहाययाया हाया HODI Fig. 8. From Ogha-Niryukti, d. 1060 A. D., Jesalmere. ससमासादकालिरीका मात्र समययलस्पसणारा सत्कार तिवारता का नाममनायूप निसार रकमस्लाम जानवमने मानमत्रोवतापमानामा स्यानटानीसिवासINोलेर सः२॥ Fig. I0. Ms. of Ogha-Niryukti Vritti and Daśavaikälika-ţika Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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