Book Title: Mat Mimansa Author(s): Vijaykamalsuri, Labdhivijay Publisher: Mahavir Jain Sabha View full book textPage 2
________________ * आत्मकमल-जैन-ग्रंथमाला-पुष्प-११ * “मत-मीमांसा ।" (प्रथम-भाग) - - - संग्राहकशुद्धधर्मप्ररूपक-जैनाचार्य श्री १००८श्रीमद्-विजयकमलसूरीश्वरजी महाराज । NEXANTARAYAMARAXXXXNXRXMATRAKARMACI संयोजकजैनरत्न-व्याख्यानवाचस्पतिश्रीमान् लब्धिविजयजी महाराज। (4 3 - .. ... प्रकाशकश्री महावीर जैन सभा खंभात । ..... N प्रथमावृत्ति कोपी-१००० वीर संवत् २४४७ } विक्रम संवत् १२७७ * NAMMARYANAYANEI CONMENTATESAMEERANAMRATAREERARIA ...जाननाणपmPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 236