Book Title: Manidharidada Jinchandrasuri
Author(s): Bhanvarlal Nahta
Publisher: Z_Manidhari_Jinchandrasuri_Ashtam_Shatabdi_Smruti_Granth_012019.pdf

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Page 4
________________ मणिधारी श्री जिनचन्द्रसूरि - ग्राम चोरसिदान के बन में श्री जिनचन्द्र सूरि जी महाराज संघ के साथ विचर रहे थे। वहां पर डाकू लोग आगये तो प्री संघ घबरा गया उस समय गुरुदेव ने कोटाकार रेरवा रखीची जिससे डाकू संघ को ना देख सके और संघ ने सबको देवा 8888 oliwoolences 88888888 becapseddressw BA साटामार रेखा 38698 चोरसिदान के मार्ग में मणिधारीजी द्वारा मलेच्छों से संघ की रक्षा P जयु...भ.१006 माराधिारी श्रीमद গুলিসী মহারাজ তালা ) को शव यात्रा २२३९सरे मतपट मी निर्यान विमान में मणिधारी जी का अन्तिम दर्शन दिल्ली में स्वर्गवास सं०७६२२३ द्वितीय भाद्र कृष्ण १४ Jain Education International

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