Book Title: Madhyakalin Hindi Jain Sahitya me Rahasya Bhavna
Author(s): Pushpalata Jain
Publisher: Sanmati Vidyapith Nagpur

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Page 342
________________ 64. साध्यातम बत्तीसी (राजमहस)-अनेकान्त वर्ष 21, कि. 4, अक्टू • अमरचंद नाहटा 1938 65. ज्ञानसागर की स्फुट रचनायें-अनेकान्त वर्ष 21, कि. 4, भक्टू. 1968 विद्याधर जोहरापुरकर 66. भट्टारक विजयकीर्ति -अनेकान्त वर्ष 20, कि. 3, अग. 1967 कस्तूरचन्द कासलीवाल 67. महाकवि समयसुदर और उनका दानशील-प्रनेकान्त वर्ष 20, कि. 3, तप भावना संवाद-सत्यनारायण स्वामी अगस्त 1967 68. अग्रवालों का जैन संस्कृति में योगदान--अनेकान्त वर्ष 20, कि. 3, परमानन्द शास्त्री अगस्त 1967 69. पाण्डे लालचन्द का वरांगचरित-प्रनेकांत वर्ष 22, कि. 3-4 अग. डॉ. भागचंद भास्कर अक्टूबर 1939 70. रूपक काव्य परम्परा -अनेकांत वर्ष 14, कि. 9, अप्रैल 1957 डॉ. परमानन्द शास्त्री 71. कवि विनोदी लाल-परमानन्द शास्त्री-अनेकान्त वर्ष 25, कि. 4-5 ___ अक्टूबर 1972, 72 अज्ञात जैन कवि और उनकी रचनाये -अनेकान्त वर्ष 24, कि. ! . डॉ. गंगाराम गर्ग 1971 73. हिन्दी के कुछ अज्ञात जैन कवि और उनकी-अनेकांत वर्ष 24, कि 1, अप्रकाशित रचनायें-परमानन्द शास्त्री अप्रैल 1971 74. हिन्दी के अज्ञात गैन कवि-अनेकांत वर्ष 24, कि. 2, जून 1971 परमानंद शास्त्री 75. संत कबीर और बानतराय-अनेकांत वर्ष 24, कि. 2, जून 1971 गंगाराम गर्ग 76. पांडे जीवनदास का बारहमासा-अनेकान्त वर्ष, 34, कि. 2, जून गिन्नीलाल 1971 77. भव्यानंद पंचाशिका-अनेकांत 78. अम्विका कथा-अगरचंद, नाहटा-अनेकांत 79. गुणकोति कृत विवेक विलास-अनेकांत विद्याधर जोहरापुरकर 80. हि.अ. सा. के कुछ प्रज्ञात जैन कवि-अनेकांत म. ज्योतिप्रसाद 81. ब्रह्मज्ञान सागर और उनकी रचना-अनेकांत कुन्दनलाल

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