Book Title: Kya Swad Hai Zindagi ka
Author(s): Lalitprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 154
________________ एक व्यक्ति ने कहा, यदि आप जैसा दिमाग मुझे मिल जाये तो मैं बेहतर इंसान हो सकता हूँ।' मैंने कहा, 'तुम बेहतर इंसान बनने का प्रयत्न करो, तुम्हारा दिमाग खुद-ब-खुद मेरे जैसा हो जाएगा। खाली दिमाग शैतान का घर होता है। आप खाली दिमाग़ के नहीं, खुले दिमाग़ के मालिक बनिये ताकि सच्चाई और भलाई कीरोशनीहमारे भीतर आसके। जीवन में मिलने वाली विफलताओं का दोष भाग्य और ग्रह-गोचर को देने की बजाय उस कार्य-शैली को सुधारने का प्रयत्न करें जिसके कारण हमें विफलताओं का सामना करना पड़ा है। आपकी ज़बान आपका सेनापति है और बत्तीस दांत उसके अंगरक्षक।ज़बान ढंग से चले तो दांतों की सुरक्षा-शक्ति बनी हुई रहती है। ज़बान का अगर ग़लत इस्तेमाल कर बैठे तो सावधान ! यह सुरक्षाकी बत्तीसीतुड़वासकती है। जब कोई आप पर क्रोध के अंगारे बरसाए तो आप बदले में प्रेम और शांति की गंगा बहाएँ।परिणाम यह निकलेगा कि अंगारे तो राख होंगे ही, उसकी राख में से भी शांति और क्षमा के फूल खिल उठेंगे। औरों के बीच में सुख-शांति का आनंद लेने के लिए अपने अन्तरमनको संतोषी सदासुखी'की प्रेरणा देते रहें। आधे भरेहए गिलासको आधाखाली मानेंया आधा भरा, यह आप पर निर्भर है।खुशरहना चाहते हैं तो जीवन की गिलासको आधा भरा देखें।यह फार्मुला परेशानी से मुक्ति दिलाता है। इसे जीवन के हर पहलू में अपनाइये। -श्री ललितप्रभ Rs30/ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org 8836

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