Book Title: Khajuraho ka Jain Puratattva
Author(s): Maruti Nandan Prasad Tiwari
Publisher: Sahu Shanti Prasad Jain Kala Sangrahalay Khajuraho

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Page 136
________________ खजुराहो का जंन पुस्तक (६) 'अतिशय क्षेत्र अहार', अनेकान्त, वर्ष १८, अं० ४, अक्तूबर १९६५, पृ० १७७-७९ । (७) 'अहार का शांतिनाथ संग्रहालय', अनेकान्त, वर्ष १८, अंक ५, दिसम्बर १६६५, पृ० २२१-२२ । (८) खजुराहो के जैन मंदिर, सतना, १९६७ । जैन, नीरज तथा जैन दशरथ, जैन मान्युमेण्ट्स ऐट खजुराहो, सतना १९६८ । जैन, बलभद्र, भारत के विगंबर जैन तीर्थ (तृतीय भाग, मध्य प्रदेश), बम्बई १९७६, पृ० १३१-५० । जैन, बालचंद्र, (१) 'महाकौशल का जैन पुरातत्व', अनेकान्त, वर्ष १७, अंक ३, अगस्त १९६४, पृ० १३१-३३ ।। (२) 'जन प्रतिमालक्षण', अनेकान्त, वर्ष १९, अं० ३, अगस्त १९६६, पृ० २०४-१३ । (३) 'धुबेला संग्रहालय के जैन मूर्ति लेख', अनेकान्त, वर्ष १९, अं० ४, अक्तूबर, १९६६, पृ० २४४-४५ । (४) जैन प्रतिमाविज्ञान, जबलपुर, १९७४ । जैन, भागचन्द्र, देवगढ़ की जैन कला, नयी दिल्ली, १९७४ । जन, शशिकान्त, 'सम कामन एलिमेण्ट्स इन दि जैन ऐण्ड हिन्दू पन्थिान्स-१-यक्षज ऐण्ड यक्षिणीज', जैन एण्टिक्वेरी, खं०१८, अं० २, दिसम्बर १९५२, पृ० ३२-३५; ख० १९, अं० १, जून १९५३, पृ० २१-२३ । जैन, हीरालाल, (१) जैन शिलालेख-संग्रह (सं०), भाग १, माणिकचन्द्र दिगंबर जैन ग्रन्थ माला २८, बम्बई, १९२८ । (२, भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान, भोपाल, १९६२। जैनी, जे० एल०, 'सम नोट्स आन दि दिगंबर जैन आइकानोग्राफी', इण्डियन एण्टिक्वेरो, खं० ३२, दिसम्बर १९०४, पृ० ३३०-३२ । जोशी, एन० पी०, मथुरा स्कल्पचर्स, मथुरा, १९६६ । झा, शक्तिधर, हिन्दू डीटीज इन दि जैन पुराणज', डा० शात्कारी मुकर्जी फेलिसिटेशन वाल्यूम (सं० बी० पी० सिन्हा आदि), चौखम्बा संस्कृत स्टडीज खण्ड ६९, वाराणसी, १९६९, पृ० ४५८-६५।। ठाकुर, एस०आर०, केटलाग आफ स्कल्पचर्स इन वि आकिअलाजिकल म्यूजियम ग्वालियर, लश्कर। डे, सुधीन, 'चौमुख--ए सिम्बालिक जैन आर्ट', जैन जर्नल, खं० ६, अं० १, जुलाई १९७१, पृ० २७-३० । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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