Book Title: Kavyashiksha
Author(s): Vinaychandrasuri, Hariprasad G Shastri
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 225
________________ पृ. प. अशुद्धम् 18 मोहन वस्तु शुद्धम् विज्ञान वास्तु वि(?नि)युद्ध धरणिविज्ञान दक्षिणापथ रुजां चौड 19 वियुद्ध धारणि विज्ञान 3 दक्षिणपथ च्चौड 4 ताप्ती 17 महर्षिणाम् 53 ___8 धबलक्कक 11 सप्तति तापी महर्षीणाम धवलकक सप्ततिः 15 51 15 स्फुरित पाते 22 पोते 18 20 चित 24 55 29 हिमालय 25 हि मालवं पृ. प. अशुद्धम् शुद्धम् 22 तस्याक्षरः तस्याज्वरः 1. द्वारा समे द्वारासमे 61 1 वैराटया वैरोट्या - 28 रजां. निवशते निव(वि)शते 10 भोजस्तु भोजस्तु त (?स्तत्त ?) 12 नूतनो नूतनो(? भूधवो) प्यत्रार्पित प्यत्रास्थितः __ स्थण्डिले स्थण्डिले 13 प्रस्तरः(? स्वनः) स्रस्तरः 63 15 च्छुरित 16 ओकारं ओंकारं 27 हंसीव राजहंसीव चित 64 6 निवृ()त्ति निवृत्ति(ति) 13 धैर्यस्य धैर्यस्यापि 65 16 जटिला जटाला 17 मुक्तानि बन्धन- मुक्तबन्धनानि वृन्दानि बन्दिवृन्दानि 18 विलुण्ठिता विलुष्टिता . 27 समय समम नृता(त्या) नृत्ता स्कन्दन्ततस्रल स्कन्दन्त तरल 18 निदेय सहस्र 67 18 प्रवर्तमान प्रवर्त्यमान 28 पार्थिवास जा पार्थिवावस्थं राज 68 25 नावरत नाववरत 69 15 दु:खोसिकया दुःखासिकया 20 प्रयास प्रवास / 23 नमतीन्दिवरिका नमतीन्दीवरिका / 9 यशोधने यशोधरे(ने) 21 बर्धसे वर्घसे 72 5 क्रियाण क्रियमाण 6 उपनीय अ(उ)पनीय 16 कुलपत्रक कुलपुत्रक पुरुष निदेय सहस्त्र 54 8 पुटयति त्रुटयति 14 पूत्कृत्य फूत्कृत्य 26 पुरुषः कर्मधारयः पुरुष कर्म धारय 27 प्राहि शुभ ग्राहिशुभ 55 5 छिदेण छिद्रेण विषमेन विषमेण 11 नतांश नतांस 28 कुश-लव कुशलव 56 10 मूढनिरक्षरं मूढ निरक्षरं 11 रामन्थेन रोमन्थेन 15 गौर गौरे 57 7 यान यात 11 लक्षा ाक्षा 13 कारग्वध' कारग्वध 29 1. कारस्कर इति पठितव्यम् 58 19 विश . बिश

Loading...

Page Navigation
1 ... 223 224 225 226 227 228