Book Title: Kavyashiksha
Author(s): Vinaychandrasuri, Hariprasad G Shastri
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 224
________________ 195 पृ. प. अशुद्धम् 20 लोकायितं शुद्धम् लोकायि(य)तं 22 प. अशुद्धम् 13 सरित्१५ भोच्चःश्रवे 24 चामरी शरलप्रयोल 1 जूषु क्लषु / शुद्धम् सरित् भोच्चैःश्रवे चमरो सरलप्रियाल जृष् सृष् अव्यक्त 41 46 22 अ(सु)व्यक्त प्रामण्यात् 8 तत्त्वादोनि 13 बुद्धि 14 इन्द्रिय२५ ब्रह्मदत्तेति 3 छन्दो१० छिपा 12 तुर(रु)क, आग्भ्यायिक प्रामाण्यात् तत्त्वानि बुद्धि इन्द्रिय ब्रह्मदत्त इति 4 ग्रन्थ 9 (दि.) ग्रन्थ [दि.] छन्दो छिपा तुर(रु)ष्क आग्न्यायिक मर्ध धर्म 22 स्फुटि रु स्फुटिर भू० कुटादौ 24 भाषणे भाषणे च 4 एष्ट हृष्ट एष्ट हेष्ट 7 निशामने निशामने (? निशाने) 8 षण षण [शण 10 द्रु *चोक्ष अवकल्कने विभ्यां तपस्तपः द्विदिर् द्वै० 43 दधे घुषिर गाद्धर्थे 23 सद्दामकेकी सद्दाम केकी 49 वर्णसर-कौसर- वर्ण-सरको संदोहक सरसंदोहक 18 वसन्तकः र्वसन्तकः 19 श्लोक 26 बङ्गालः कामोदा बङ्गाल-कामादो 27 मल्लार शाबरी मल्लारशाबरी देशा वल्लाता देशवल्लाता 28 // 25 // // 22 // राग भागा (? नामा) नि / 2 श्चाव *चाच 3 टाक ष्टक 4 कुडकबकः थ कुकुक्ककः 6 क्रीडा त्रिभजि क्रोडात्रिभङ्गि 7 जलतालश्च जल(य)तालश्च 8 पार्वती लोचनः पार्वतीलोचनः 12 जम्पाभिनन्दो झम्पोऽभिनन्दो 18 महलछि(छी) महलच्छी 19 मयूरती मयूरसी 21 हिवपाडसी हिवपाउसी 26 कपिष्ठल कपिष्ठि(छ)ल 51 13 धर्म चर्म 16 काच . काव्य (च) 21 अव कल्पने 25 विद्भ्यां तपसीपः 26 द्विदि सद्धि. 1 धे 4 घुषिरु 15 गायें 17 च। 4 द्वितिया शशधेरौ, 19 सात्वकी 23 दु (5) ष्टः 1 आङ्गिक 2 आहार 8 इन्द्रयाणि 9 विलासा 16 पुरुष-द्रव्य संपद् विनिपात 44 द्वितीयाशशधरौ सात्वती 45 ह(धू)ष्टः आङ्गिकआहारइन्द्रियाणि विलासैः पुरुष-द्रव्य- संपद्विनिपात

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