Book Title: Kailas Shrutasagar Granthsuchi Vol 14
Author(s): Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publisher: Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
४९२
संस्कृत, प्राकृत व अपभ्रंश भाषाओं की मूल कृति के अकारादिक्रम से प्रत-पेटाकृति क्रमांक सूची परिशिष्ट-१ (३) लोगस्ससूत्र-बालावबोध, मा.गु., गद्य, मूपू., (चउद राजलोकमाहि), ५८४४५(#) (३) लोगस्ससूत्र-बालावबोध, मा.गु., गद्य, मूपू., (लोगस्सउजोयगरे कहता,), ५६८२८($) (२) शक्रस्तव, हिस्सा, प्रा., गा. १०, पद्य, मूपू., (नमुत्थुणं अरिहंताणं), ५७१८७-२(+#) (३) शक्रस्तव-टबार्थ, मा.गु., गद्य, मूपू., (नमस्कार हो अरिहंतने), ५७१८७-२(+#) (२) सकलकुशलवल्लि चैत्यवंदनसूत्र, हिस्सा, सं., श्लो. १, पद्य, मूपू., (सकलकुशलवल्ली), ५५९०३-१, ५६०९८-७ (३) सकलकुशलवल्लि चैत्यवंदनसूत्र-बालावबोध, मा.गु., गद्य, मूपू., (अल्त भगवंत अशरण), ५५९०३-१ (२) आवश्यकसूत्र-प्रतिलेखन विधि, संबद्ध, मा.गु., गद्य, मूपू., (इरियावही पडिकमी), ५६९५३-३(#$) (२) आवश्यकसूत्र-श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र संग्रह-स्थानकवासी, संबद्ध, प्रा.,मा.गु., प+ग., मूपू., स्था., (नमो अरिहंताण० तिखुत),
५६७८६(+) (२) आवश्यकसूत्र-षडावश्यकसूत्र, संबद्ध, प्रा., गद्य, मूपू., (नमो अरिहंताणं नमो), ५६३००(+), ५६५१३(+#$), ५६५७४(+६),
५६७४८(+#), ५७८३२(+#$), ५६९८३(#) (३) षडावश्यकसूत्र-वृत्ति *, सं., गद्य, मूपू., (--), ५६९०१(६), ५६९१६(६) (३) आवश्यकसूत्र-षडावश्यकसूत्र-बालावबोध, मा.गु., गद्य, मूपू., (अरिहंतने नमस्कार), ५६३००(+), ५६५७४(+$),
५६७४८(+#), ५८५८१-१(+$) (३) षडावश्यकसूत्र-टबार्थ, मा.गु., गद्य, मूपू., (वीतराग१२ गुण विराजमा), ५६५१३(+#$) (३) आवश्यकसूत्र-षडावश्यकसूत्र- कथा संग्रह, मा.गु., गद्य, मूपू., (भरतक्षेत्रि पोतनपुर), ५७८३२(+#$) (२) कल्लाणकंद स्तुति, संबद्ध, प्रा., गा. ४, पद्य, मूपू., (कल्लाणकंदं पढम), ५६१७६-६(+), ५६२५८-१०(+#), ५८३६२-१ (२) गुरुवंदनसूत्र-श्वे.मू.पू., संबद्ध, प्रा., गद्य, मूपू., (इच्छा० संदि० अब्भु), ५५७८१-६(+) (२) गुरुस्थापना सूत्र, संबद्ध, प्रा., गा. २, पद्य, मूपू., (पंचिंदिय संवरणो तह), ५७०३३-४(+#) (३) गुरुस्थापना सूत्र-टबार्थ, मा.गु., गद्य, मूपू., (आंखि नासिका मुख कान), ५७०३३-४(+#) (२) देववंदन विधि, संबद्ध, मा.गु., गद्य, म्पू., (प्रथम दोय गाथारो नम), ५६५४०-२(-) (२) देवसिप्रतिक्रमणसूत्र-तपागच्छीय, संबद्ध, प्रा.,मा.गु.,सं., प+ग., मूपू., (नमो अरिहंताणं), ५७१५२-१(+#$), ५६९६७,
५८३६८, ५६५४९(#S), ५७२०५() (२) देवसिराईप्रतिक्रमणसूत्र-तपागच्छीय, संबद्ध, प्रा.,मा.गु.,सं., प+ग., मूपू., (नमो अरिहंताणं नमो), ५५७४०-१(#), ५६९१०(#$),
५७०३४(#S) (२) देसावगासिक पच्चक्खाण, संबद्ध, प्रा., गद्य, मूपू., (अहन्नं भंते तुम्हाण), ५७१८७-६(+#$) (३) देसावगासिक पच्चक्खाण-टबार्थ, मा.गु., गद्य, मूपू., (--), ५७१८७-६(+#$) (२) पंचप्रतिक्रमणसूत्र-खरतरगच्छीय, संबद्ध, प्रा.,सं., प+ग., मूपू., (णमो अरिहंताणं० जयउ), ५८९११-१(+#), ५७१४१(#$),
५८३६७(#s) (२) पंचप्रतिक्रमणसूत्र संग्रह-तपागच्छीय, संबद्ध, प्रा.,मा.गु.,सं., प+ग., मप., (नमो अरिहंताणं), ५५६३६(), ५७२५०($),
५८३५९(5) (३) पंचप्रतिक्रमणसूत्र संग्रह-तपागच्छीय-बालावबोध , मा.गु., गद्य, मूपू., (--), ५७२५०(5) (३) पंचप्रतिक्रमणसूत्र संग्रह-तपागच्छीय-टबार्थ, मा.गु., गद्य, मूपू., (श्रीमद्वामेयमानम्य), ५७२५०(5) (३) पंचप्रतिक्रमणसूत्र संग्रह-तपागच्छीय-कथा संग्रह, मा.गु., गद्य, मूपू., (--), ५७२५०($) (३) पौषध प्रत्याख्यानसूत्र, संबद्ध, प्रा.,मा.गु., गद्य, मूपू., (करेमि भंते पोसह), ५५७८३-२(+#) (२) पाक्षिकचौमासीसंवत्सरीतप आलापक, संबद्ध, प्रा.,मा.गु., गद्य, मूपू., (इच्छाकारेण संदिसह), ५९००९-२(+$) (२) पौषध विधि*,संबद्ध, प्रा.,मा.गु., गद्य, मूपू., (इरियावहि पडिकमिई), ५७८०६(+) (२) पौषध विधि, संबद्ध, प्रा.,मा.गु., गद्य, मूपू., (प्रथम इरियावही पडिक), ५६५७५-१३(+) (२) पौषध विधि-अष्टप्रहरी, संबद्ध, प्रा.,मा.गु., गद्य, म्पू., (रात्रि पिछली घडी २),५६३३०-२(+$) (२) प्रतिक्रमणगर्भहेतु, संबद्ध, आ. जयचंद्रसूरि, प्रा.,सं., वि. १५०६, पद्य, मूपू., (श्रीवर्धमानमानम्य), ५६५२६-४(+$)
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612