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महान मंत्रशास्त्र
भैरव पद्मावती कल्प
लिनी कल्प रहित ७५ मनचाहे विधान व सार्थ
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MIRAHARITRINA
पद्मावतीदेवीकी दक्षिणकी धातुकी एक मूर्ति श्री मल्लिषेणमूरिकृत इस मन्त्रशास्त्रमें ४६ यन्त्रों सहित व हिन्दी अर्थ सहित है जिसमें १०० प्रकारकी मनचाही सिद्धयां प्राप्त करने के विधान हैं भूल्य ४) सिर्फ थोडी ही प्रतियां शेष हैं। तुर्त मंगालें ।
-दिगम्बर जैन पुस्तकालय, सूरत SURAT.
भी चंद्र प्रसकी अधिष्ठात्री देवी) कि एक प्रतिमा जी, मदरास म्युझीयमके
यामा कति प्रेमानन्द शाह एम.
लय, गांधीचौक सूरत